लक्की / राजीव भनोट। ऊना
हिमाचल प्रदेश के पूर्व कर्मचारी नेता व ट्रेड यूनियनिस्ट कामरेड बंसीलाल रतन भारद्वाज ने केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किसान विधेयक व मजदूर विरोधी विधेयक को पारित करने पर नगडोली से ऊना तक अपने दोपहिया वाहन पर रोष व्यक्त किया है। इसके विरोध में उन्होंने अपने दोपहिया वाहन पर यात्रा की।
इस दौरान उन्होंने अनेक स्थानों पर लोगों को संबोधित किया और जिलाधीश से मुलाकात कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा कि किसान व मजदूर विरोधी विधेयकों को वापस लिया जाए।
बंसीलाल रतन ने कहा कि किसान इस देश के दिलों की धड़कन हैं और मजदूर के बिना कभी भी राष्ट्र आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि मनरेगा ने इस देश के गांव में जान डाली है। ऐसे में मनरेगा को और मजबूत कर सरकारी नियमों के अनुसार दिहाड़ी व नियमित करने का काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिन सांसदों को निलंबित किया गया है, उन्हें बिना शर्त बहाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुमत का मतलब यह नहीं है कि देश को बर्बाद कर दिया जाए, देश को बेचने का काम कर दिया जाए यह सहन नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि बहुमत मिला है तो मोदी सरकार इस बहुमत को देश को मजबूत बनाने में और किसान मजदूर, बेरोजगार हर वर्ग का कल्याण करने में काम करे। यदि विनाशकारी काम जारी रहा तो वह दिन दूर नही, जब जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकेगी।