राजीव भनोट, ऊना:
सरकार द्वारा खनन की नई पॉलिसी के खिलाफ क्रशर एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है। जिला ऊना क्रशर एसोसिएशन ने अनिश्चितकालीन के लिए अपने क्रशर बंद करने और निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार का सहयोग न देने का एलान किया है। यह निर्णय ऊना में हुई क्रशर एसोसिएशन की बैठक के दौरान लिया गया।
शनिवार को जिला खनिज अधिकारी के साथ हुई बैठक के बाद क्रशर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने चेयरमैन डिंपल ठाकुर की अध्यक्षता में एसोसिएशन की बैठक की। बैठक के दौरान क्रैशर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार हो रहा है, जबकि विकास में उनका सबसे बड़ा सहयोग है। एसोसिएशन ने कहा कि जो सरकार ने अब नियम बनाए हैं, वह व्यवहारिक ही नहीं हैं। इससे न तो किसी निर्माण कार्य और न ही सड़कों सहित अन्य कार्यों के लिए कोई मैटीरियल मिल पाएगा।
जिस किसी ने भी यह नियम बनाए हैं, उन्हें वास्तविकता का ज्ञान नहीं है। वह अपने क्रशरों और लीजों के दस्तावेज सरकार तथा खनिज विभाग को सौंप देंगे, ताकि वह अपने गार्डों के जरिए इसका संचालन कर सच्चाई का पता लगाएं। कुछ लोग लीज होल्टरों को अपराधियों की तरह पेश कर रहे हैं, जबकि वह कायदे कानूनों के तहत ही खनन कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश क्रशर एसोसिएशन के चेयनमैन डिपंल ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक हितों के लिए क्रशर मालिकों तथा लीज होल्डरों के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब की तर्ज पर पॉलिसी बनाई जाए और जेसीबी मशीनों के जरिए खनन की अनुमति दी जाए।
उन्होंने कहा कि जो नए नियम बनाए हैं, उनके मुताबिक किसी भी प्रकार से न तो कोई क्रशर चल सकता है और न ही लीज एरिया से खनन हो सकता है। ऐसे में वह कोई भी लीज मनी भी सरकार को नहीं देंगे। यदि सरकार न मानी तो पूरे प्रदेश में क्रशर इंडस्ट्री को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर क्रशर इंडस्ट्री बंद होती है, तो प्रदेश सरकार को 12 करोड़ का नुक्सान होगा। 1500 लोगों के रोजगार पर असर पड़ेगा।
ऐसे में प्रदेश सरकार को नई पॉलिसी पर पुन: विचार करना चाहिए। इस अवसर पर कपिल शर्मा, मदन ठाकुर, विशाल शर्मा, हरीश शर्मा, रविंद्र कुमार, सुरेंद्र कुमार, संदीप कुमार, नरेश कुमार, विशिष्ट पटियाल, दक्षपाल ठाकुर, मनोज कुमार, संदीप डढ़वाल भुवेश ठाकुर, कमल ठाकुर, रजत शर्मा, अजेंद्र, राम दास सहित अन्य उपस्थित रहे।