चंद्रमोहन चौहान। ऊना
शहरी विकास विभाग द्वारा नगर परिषद ऊना को घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने के लिए ट्रायल के आधार पर दो ई-रिक्शा दिए गए हैं, लेकिन ऊना में ये ई-रिक्शा कामयाब होते दिखाई नहीं दे रहे हैं।
ट्रायल शुरू होने के दो दिन बाद ही एक रिक्शा हाईवे पर ही पलट गया, जिससे इन ई-रिक्शा के ऊना नगर परिषद क्षेत्र में सफल होने की संभावना बहुत कम है। वहीं ऊना शहर में चढ़ाई-उतराई वाले भी काफी क्षेत्र हैं, लेकिन इस ई-रिक्शा की पॉवर भी कम है। वहीं इस ई-रिक्शा में कुछ खूबियां भी हैं। जैसे यह रिक्शा ऊना शहर की तंग गलियों में आसानी से कूड़ा एकत्रित करने के लिए जा सकता है, वहीं यह बिजली से चार्ज होकर सड़कों पर दौड़ेगा और इससे प्रदूषण भी नहीं होगा।
नगर परिषद के अध्यक्ष बाबा अमरजोत ने माना कि बेशक इस ई-रिक्शा में कुछ कमियां हैं, लेकिन इसकी कुछ खूबियां भी हैं। बाबा बेदी की मानें तो एक तो यह ऊना शहर की तंग गलियों में भी आसानी से पहुंच सकता है वहीं यह बिजली से चार्ज होकर ही चलेगा और इससे किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं होगा।
बाबा बेदी ने कहा कि पूरी तरह से ट्रायल पूरा होने के बाद इन ई-रिक्शा की कमियों और खूबियों को लेकर एक रिपोर्ट तैयार कर शहरी विकास विभाग को भेजी जाएगी।