हिमाचल दस्तक। ऊना
चंडीगढ़-धर्मशाला हाईवे पर रोटरी चौक से लेकर ऊना कॉलेज तक राहगीरों को पैदल चलने के लिए प्रशासन के आदेशों पर बनाए जा रहे फुटपाथ का दुकानदारों ने विरोध दर्ज करवाना शुरू कर दिया है।
दुकानदारों की मानें तो पिछले लंबे समय से वे बरसाती पानी की निकासी की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी इस समस्या का अभी समाधान नहीं हुआ है, जबकि अब प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों के आगे फुटपाथ का निर्माण करवाया जाने लगा है। दुकानदारों की मानें तो हाईवे पर फुटपाथ बनने से दुर्घटनाओं की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाएंगी।
नेशनल हाईवे विभाग द्वारा वीरवार को शुरू किए फुटपाथ बनाने के कार्य को लेकर व्यापारियों ने विरोध जताया है। रोटरी चौक ऊना के समीप से शुरू किए जा रहे कार्य को लेकर व्यापारियों द्वारा विरोध करने के चलते कार्य देरी से शुरू हुआ। व्यापारियों का कहना है कि पहले बरसात के दिनों में आने वाली पानी की निकासी का उचित प्रबंध किया जाए, उसके बाद फुटपाथ का कार्य शुरू किया जाए।
अगर ऐसे ही फुटपाथ बनाया जाता है, तो पानी दुकानों के अंदर चला जाएगा। व्यापारियों ने कहा कि फुटपाथ बनने के चलते दुकानदारों को काफी दिक्कत पेश आएगी। उन्होंने कहा कि दुकानों में पानी न आए, इसके लिए दुकानों के आगे 2-2 फीट ईंटें लगा रखी हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि पहले दुकानदारों से चर्चा करनी चाहिए थी, उसके बाद काम शुरू करना था।
उन्होंने कहा कि फुटपाथ बने, इससे हमें कोई एतराज नहीं है, लेकिन एक सिस्टम के तहत कार्य शुरू किया जाना चाहिए था। बता दें कि शहर में राहगीरों को चलने में पेश आ रही दिक्कतों को लेकर जिला प्रशासन ने ऊना कॉलेज से लेकर रोटरी चौक तक फुटपाथ बनाने का निर्णय लिया था। इस पर करीब 65 लाख रुपये का खर्च आएगा, जिसका कार्य नेशनल हाईवे द्वारा शुरू कर दिया गया है।
उधर एनएच विभाग के एसडीओ आरके शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर रोटरी चौक से लेकर ऊना कॉलेज तक फुटपाथ बनाने का कार्य शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि ज्यादा बरसात होने पर ही पानी की समस्या पेश आती है अन्यथा कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने विरोध किया था, जिसके बाद बातचीत कर कार्य को शुरू करवा दिया गया है।