राजीव भनोट। ऊना
हिमोत्कर्ष साहित्य संस्कृति एवं जनकल्याण परिषद राज्य इकाई के मुख्य सलाहकार, प्रख्यात लेखक व शिक्षाविद राणा शमशेर सिंह का दुखद निधन हो गया।
वह 74 वर्ष के थे। उन्हें बीते रोज ही सांस में तकलीफ के चलते क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में उपचार के लिए लाया गया। यहां जिसके बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने उन्हें टांडा मेडिकल कालेज रैफर कर दिया। यहां पर रात को उनकी मृत्यु हो गई। उनका वीरवार को भवौर साहिब मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
यहां पर उनके पुत्र अरविंद राणा ने मुखाग्नि दी। राणा शमशेर सिंह, हिमोत्कर्ष परिषद के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे तथा परिषद के माध्यम से पिछले 46 वर्षो से समाज सेवा के विभिन्न प्रकल्पों में अपना योगदाान दे रहे थे। हिमोत्कर्ष परिषद में उन्होंने प्रादेशिक महासचिव, प्रादेशिक वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते हुए अपनी सेवाएं दी। वहीं, वह आरवीसी बहडाला, अखिल भारतीय हिमाचल सामाजिक संस्था संघ, एनएसपीबी व अन्य सामाजिक संस्थाओं में भी सक्रियता से भाग लेते रहे।
करीब साढे तीन दशक तक शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं देने के उपरांत वह मुख्याध्यापक के पद से शिक्षा विभाग से सेवानिवृत हुए थे। वहीं, हिमाचल प्रदेश साईंस अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे।
ऊना जिला में साक्षरता अभियान के दौरान हिमोत्कर्ष परिषद का प्रतिनिधित्व करते हए उन्होंने जिला साक्षरता अभियान समिति में सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दी तथा साक्षरता अभियान को सफल बनाने में अहम योगदान दिया। वहीं वह एलजेएन हिमोत्कर्ष कन्या महाविद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष तथा हिमोत्कर्ष वूमेन पोलिटेक्निक संस्थान के प्राचार्य भी रहे।
राणा शमशेर सिंह एक जानेमाने लेखक, कवि व शिक्षाविद रहे। वह हिमाचल प्रदेश भाषा अकादमी के सदस्य भी थे, वहीं उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखी। उनकी हाल ही में नेताजी सुभाषचंद्र बोस पर लिखी काव्याजंलि रूप में पुस्तक काफी चर्चित रही है। उनके निधन पर हिमोत्कर्ष परिषद राज्य व जिला इकाईयों, हिमोत्कर्ष महिला मंच, अखिल भारतीय हिमाचल सामाजिक संस्था संघ, रोटरी क्लब,इन्नरव्हील क्लब, आश्रय संस्था, राष्ट्रीय एकता मंच,ऊना जनहित मोर्चा, प्रेस क्लब ऊना,गुरू का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट, वरिष्ठ नागरिक फोरम, हिप्र पैंशनर्ज वेलफेयर एसोसिएशन सहित जिला ऊना की विभिन्न संस्थाओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है।