लक्क़ी/राजीव भनोट। ऊना
शहर में सड़कों के किनारे पर लगने वाले कूड़े के डंप पर नगर परिषद ने अपनी आंखें तरेर ली हैं। शहर में लगातार कूड़ा निपटाने का प्रबंध कर रही नगर परिषद सड़कों के किनारे लगने वाले कूड़े के डंप फजीहत का कारण बन रहे हैं।
ऐसे में नगर परिषद ने शहर के साथ लगती पांच पंचायतों को इन डंप के लिए जिम्मेवार ठहराया है। इसके लिए बकायदा नगर परिषद ने लगातार 15 दिनों तक कूड़े के डंप की साइट पर नजर रखी।
कर्मचारियों की डयूटी लगाई और पाया कि रात के अंधेरे में इन पंचायतों से कूड़ा चोरी छिपे शहरी सीमा में फैंका जा रहा है। बावजूद मना करने के ये समस्या खत्म नहीं हो रही है। ऐसे में शहर परिषद ऊना की अध्यक्ष पुष्पा देवी के निर्देश के बाद पीओ डीरआडीए व खंड विकास अधिकारी ऊना को पत्र लिखकर इन पंचायतों से कूड़ा शहरी सीमा में न आए कि कार्रवाई करने को लिखा गया है।
बता दें कि ऊना नगर परिषद अप्पर अरनियाला, लोअर अरनियाला, भड़ोलिया, मलाहत व रामपुर पंचायतों से घिरी है और सीमाएं साथ लगने के कारण इन पंचायतों के काफी वशिंदे कूड़ा कर्कर लिफाफों व बोरियों में डालकर डंप पर फैंक देते हैं। जिसके कारण नगर परिषद द्वारा पुन: कूड़ा उठाने के बावजूद कूड़े के डंप लगे नजर आते हैं।
पॉलीथिन पर चाहे प्रतिबंध है, लेकिन इन कूड़े के डंप पर किलो के हिसाब से पॉलीथिन देखा जा सकता है। लगातार ऊना टकका रोड़, ऊना-हमीरपुर रोड़, ऊना-पीरनिगाह रोड़, ऊना-नंगल रोड़ व ऊना-रामपुर रोड़ पर लगने वाले ये छह से सात कूड़े के डंप खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। दिनभर नगर परिषद इन डंप से कूड़ा उठाने का काम कर रही है।
नगर परिषद के सफाई निरीक्षक आशुतोष शर्मा ने कहा कि हमने लगातार कूड़े के डंप पर नजर रखी है। कुछ लोगों को रोकने का प्रयास भी किया है, लेकिन जबरन कूड़ा फैंकने की रूटीन बन गई है, जिसको लेकर नगर परिषद को पूरी स्थिति बताई गई है।