विजय शर्मा सुंदर नगर:
बजट पूरी तरह से मजदूर, श्रमिक व कर्मचारी विरोधी है इसलिए सभी वर्ग निराश है। बजट में कहीं भी रोजगार के अवसर पैदा करने का जिक्र नही है, स्वरोजगार योजनाओं की अनदेखी और न ही रेलवे, बीमा, बैंकिंग, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य व बिजली जैसे आम आदमी से जुड़े उपक्रमों का बजट बढ़ाने की व्यवस्था।
देश के 60 लाख एन पी एस कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन नीति के लिए कोई योजना नही। शिक्षा के क्षेत्र को अनदेखा किया गया है।
नए टैक्स स्लैब में 5 लाख तक आय पर छूट केवल छलावा मात्र है क्योंकि करदाता को मिलने वाली 80c, होमलोन के ब्याज, मेडिक्लेम आदि की छूट भी खत्म कर दी गई है ।
प्राथमिक शिक्षक संघ सुन्दर नगर के अध्यक्ष नरेश ठाकुर ने कहा कि जब सरकार को पहले से अंदेशा है कि सरकारी बैंक डूबने के कगार पर है तो उन्हें उभारने के प्रयास करने की बजाए आई.डी.बी.आई और एल.आई.सी जैसी आमजन से जुड़ी बैंकिंग और बीमा क्षेत्र से जुड़ी हिस्सेदारी को बेचने का प्रयास निन्दनीय कदम बजट में लिया गया।