बिजली कर्मचारियों की लंबित 88 मांगों पर होगी बैठक में चर्चा
बिजली कर्मचारियों की लंबित 88 मांगों पर होगी बैठक में चर्चा
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : बिजली बोर्ड प्रबंधन वर्ग ने कर्मचारी यूनियन को 15 नवंबर को वार्ता के लिए बुलाया है। यह जानकारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने दी।
उन्होंने उम्मीद जताई है कि बोर्ड प्रबंधन कर्मचारियों की मांगों पर संजीदगी से आगे आएगा और उनकी लंबित 88 मांगों पर सकारात्मक चर्चा होगी। उल्लेखनीय है कि यूनियन को सभी लंबित मुद्वों पर प्रबंधन वर्ग द्वारा तैयारियों के साथ 15 नवंबर को बैठक बुलाने पर यूनियन द्वारा प्रबंधन के खिलाफ अंदोलन को वापस लिया गया था। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड में कर्मचारियों की भारी कमी को देखते हुए नई भर्तियां करना मुख्य मुद्दा है।
बोर्ड प्रबंधन द्वारा अनुशंसित और अनुमादित 2000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया में की जा रही देरी अनुचित है इससे बोर्ड में सेवानिवृत्ति और भर्ती की संख्या का अंतर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से चल रहीं वेतन विसंगतियों से भी कर्मचारियों में भारी रोष है। बिजली बोर्ड मे कर्मचारियों की 48 श्रेणियों के वेतनमानों को बोर्ड प्रबंधन गलत तरीके से पंजाब बिजली कंपनी की पद्धति पर नीचे तो ला दिया, लेकिन पंजाव पद्धति में इन पदों पर 9 व 16 वर्ष पूर्ण करने पर टाइम स्केल भी है जिसे बोर्ड प्रबंधन ने अभी तक प्रदान नहीं किया गया। यूनियन बोर्ड प्रबंधन से कर्मचारियों के बढ़े हुए वेतनमानों को बहाल करने की लंबे समय से मांग करती आई है।
बोर्ड में करुणामूलक के लगभग 900 मामले हैं लंबित
बोर्ड कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि बोर्ड में अभी भी करुणामूलक के 900 से अधिक मामले लंबित पड़े है और मृत कर्मचारी के उपर निर्भित परिवार के सदस्यों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले ने प्रदेश सरकार द्वारा पहले ही इस महीने के अंत तक सभी मामलों को निपटाने की बात की है।
यूनियन को उम्मीद है इन सभी मामलों को बोर्ड प्रबंधन समय रहते निपटारा करेगा। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड में 2014 के बाद भर्ती किए गए जूनियर टी-मेट, हैल्पर्ज तथा जेएओ की पदोन्नति के लिए पदोन्नति नियमों में उचित प्रावधान करना तथा मानव रहित विद्युत उप-केंद्रों के लिए 550 सबस्टेशन स्टाफ के पदों का सृजन कर भरना भी मुख्य मांगे रहेगी।