रोशन लाल शर्मा। सुंदरनगर
कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर विद्या नेगी ने कहा कि महामारी के तांडव से मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और इसके साथ लगते जिले के लोग प्रभावित हुए हैं और कई लोगों की जानें गई हैं।
इससे इन जिलों की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल कर रह गई। उन्होंने कहा कि आज मंडी के बल्ह क्षेत्र में एयरपोर्ट को मंडी जिला से संबंधित मुख्यमंत्री अपना ड्रीम प्रोजेक्ट मान कर चल रहे हैं, परंतु इसकी जगह अगर नेरचौक स्थित लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज को अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बनाते और इस कॉलेज में पीजीआई स्तरीय हॉस्पिटल की सुविधा जुटाते तो इस महामारी के दौरान इतने लोगों की जानें नहीं जाती।
उन्होंने कहा कि पूरी मंडी संसदीय क्षेत्र के 17 विधानसभाओं की जनता आज मुख्यमंत्री को सिर-माथे पूजती और पूरा क्षेत्र जिनमें उनका सिराज क्षेत्र भी है, इनकी जय-जयकार करता। जहां तक एयरपोर्ट का सवाल है बेशक यह भी उपलब्धि हो सकती है, परंतु लोगों की जान से बढ़ कर कुछ नहीं।
आज इस मंडी संसदीय क्षेत्र में कोई ऐसा हॉस्पिटल नहीं जहां पूर्ण रूप से मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हों। अगर थोड़ी सी भी गंभीर व्यवस्था किसी मरीज की हो जाती है तो उसे या तो शिमला या चंडीगढ़ तुरंत रेफर करना पड़ता है।
हैरानी की बात यह है कि आज भारतीय जनता पार्टी के जो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और पूर्व में जब वह देश के स्वास्थ्य मंत्री थे तो उन्होंने भी मेडिकल कॉलेज नेरचौक से एम्स को उठाकर अपने गृह जिला बिलासपुर में स्थापित किया, जबकि वह उस वक़्त चाहते तो बिलासपुर के लिए अलग से स्वास्थ्य सुविधा जुटा सकते थे, न कि नेरचौक से सुविधाएं छीन कर उसे बिलासपुर ले जाते।
नेगी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह एक बार पुनः सोचें और नेरचौक में स्थित लाल बहादुर मेडिकल कॉलेज को सभी सुविधाओं से लैस करें ताकि मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और इनके समीपस्थ स्थित जिलों के लोग पूर्ण रूप से स्वास्थ्य सहायता प्राप्त कर सकें और उन्हें अपने मरीजों को चंडीगढ़, शिमला ले जाने की स्थिति न आए, क्योंकि अधिकांश मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।