प्रवेश शर्मा। परागपुर
कोरोनाकाल में वीआईपी कल्चर की वापसी को शायद ही जनता भुला पाएगी। गत दिवस कैबिनेट में विधायकों के वाहनों पर झंडी लगाने की अनुमति दे दी गई। पिछले वर्ष भी गुपचुप तरीके से एसडीएम को अपने वाहनों पर मल्टीकलर की बत्ती लगाने की अनुमति दे दी गई थी।
अब एसडीएम के वाहन विधायकों व मंत्रियों के वाहनों के साथ चलेंगे। यानी अब बत्ती व झंडी का वीआईपी कल्चर पुनर्जीवित हो गया। एसडीएम के वाहनों पर मल्टीकलर की बत्ती लगाए जाने की शिकायत जब परागपुर निवासी ने सीएम हेल्पलाइन पर की तो उसकी शिकायत की निवारण हेतु परिवहन विभाग को भेज दिया गया।
इस पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी धर्मशाला ने जिलाधीश कांगड़ा की एक अधिसूचना का जिक्र किया कि यह अनुमति आपदा प्रबंधन नियम के अनुसार ही दी गई है। इस पर शिकायतकर्ता ने आपत्ति जाहिर की कि कौन से आपदा आ गई है जो वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है। अब यह मामला पिछले कई महीनों से आयुक्त परिवहन विभाग के पास लटका हुआ है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि यह सब वीआईपी कल्चर को पुनः स्थापित करने की कोशिश है। वह भी ऐसे समय में जब देश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा है।ज हां एक ओर प्रदेश सरकार नियमों का हवाला देकर लॉकडाउन व कर्फ्यू को लागू कर रही है, वहीं पर वीआईपी कल्चर को लागू कर लोगों के साथ कहीं न कहीं छल किया गया है।
एसडीएम के वाहनों में मल्टीकलर की बत्ती लगी है, ऐसा मामला मेरे ध्यान में नहीं है। सीएम हेल्पलाइन में इस बाबत हुई शिकायत को मैं चेक करवाता हूं।
-अनुपम कश्यप, आयुक्त परिवहन विभाग निदेशालय, शिमला।