- सरकार को चेताया, 60 साल वाली व्यवस्था बहाल करो
- नहीं तो 2 दिसंबर को सचिवालय के बाहर देंगे धरना
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ हिमाचल शाखा के संयोजक कुलदीप ठाकुर ने जारी प्रेस बयान में राज्य सरकार की ओर से 4 नवंबर 2019 को उन निर्देशों की निंदा की है, जिनमें कहा गया है कि जो दृष्टिहीन कर्मचारी पहले 60 वर्ष की आयु में रिटायर होते थे, वे अब 58 साल पर रिटायर होंगे।
यदि इस फरमान को न बदला गया तो इस बार का दिव्यांग दिवस काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। पहले सरकार ने बसों में दृष्टिहीन दिव्यांगों को 2 व 3 सीट जो दृष्टिहीन व अन्य दिव्यांगों के लिए आरक्षित होती थी, उसे समाप्त किया। फिर बस पास को लेकर नए-नए फरमान जारी करके दृष्टिहीनों को परेशान किया। रोजगार प्राप्त करने तक दृष्टिहीन की आयु काफी अधिक हो जाती है। सभी दिव्यांगों में सबसे अधिक समस्याएं दृष्टिहीन को ही झेलनी पड़ती हैं।
इन्हीं समस्याओं के चलते दृष्टिहीन कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष की गई थी। उन्होंने कहा कि संगठन चाहता है कि सरकार इस फरमान को तुरंत वापस ले। राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में 1995 से दृष्टिहीनों के खाली पड़े बैकलॉग को भरने के लिए भी अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया। यदि ये मांगें नहीं मानी गईं तो राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ हिमाचल शाखा व हिमाचल सरकार के विभिन्न विभागों में कार्यरत सभी दृष्टिहीन कर्मचारी 2 दिसंबर व दिव्यांग दिवस पर सचिवालय शिमला के सामने बड़ा आंदोलन करेंगे।