हिमाचल दस्तक ब्यूरो। सुंदर नगर
सुंदरनगर के पूर्व विधायक सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में जनहित को दरकिनार कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिले की हालत दयनीय हो गई है। प्रदेश में बिगड़ती व्यवस्था और लोगों की समस्याओं का निराकरण तो दूर इनके गृह जिले के अहम पदों पर अधिकारी तक तैनात नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उपमंडल के निहरी तहसील में तहसीलदार और नायब तहसीलदार के पद लंबे अरसे से खाली पड़े हुए हैं । लेकिन इस क्षेत्र की कोई सुध लेने वाला नहीं है। चुनाव में जीत कर भेजे जनप्रतिनिधि सत्ता सुख की मस्त में घूमने तक सीमित है।
बीते वर्ष दिसंबर में तहसीलदार रिटायर होकर चले गए वहीं नायब तहसीलदार भी कई महीने पहले रिटायर हो गए हैं। क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों के राजस्व संबंधी कार्यों के लिए सुंदरनगर भेजा जा रहा है । यह निंदनीय कृत्य है। जिसके लिए सरकार को चुना गया है। सरकार उस कार्य को करने में नाकाम रही है उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ठेकेदारों की सरकार होकर रह गई है आउट सोर्स पर नियुक्तियां करनी हो तो देर नहीं लगती और अहम पदों को लापरवाही के चलते खाली छोड़ा जा रहा है। ठेकेदारों के और चहेतो के लिए तथा कार्यकर्ताओं को लाभ देने के लिए सरकार आउट सोर्स तक सिमट कर रह गई है ।
लेकिन अब तहसीलदार और नायब तहसीलदार को आउट सोर्स पर नहीं रखा जा सकता जिसके चलते इन पदों को भरने के लिए पदोन्नति छोड़ तबादला तक नहीं किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हैरानी का पहलू है कि सुंदर नगर के विधायक को भी यह नजर नहीं आता। निहरी में जिला प्रशासनिक की ओर से रूटीन से कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गई है । जिसके चलते लोगों को भारी समस्या से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा और विधानसभा के उपचुनाव में क्षेत्र की जनता सरकार को हिसाब दिखा देगी।