राजेश कुमार: धर्मशाला
जहां पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं धर्मशाला में शुरू हुए सरस मेले में आजादी आंदोलन की विजय गाथा को दर्शाती डिजिटल प्रदर्शनी सभी का ध्यान आकर्षित कर रही है। सोमवार को शुरू हुए सरस मेले में लगाई इस प्रदर्शनी में आजादी के बिगुल से लेकर देश के लिए कुर्बानियां देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र प्रदर्शित किए गए हैं।
प्रदर्शनी में नए हिमाचल सहित देश ने जो भी ख्यातियां अर्जित की हैं, उन्हें इसमें संजोया गया है। प्रदर्शनी में सेनानियों की कहानी, आजादी का बिगुल को डिजिटल रूप में दर्शाया गया है। वहीं विशेषकर क्रांति चक्र में देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र दिखाए जा रहे हैं। देश की गाथा पर आधारित इस प्रदर्शनी में भारतीय नारी की शक्ति को भी डिजिटल रूप में दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में नए हिमाचल की तस्वीर प्रस्तुत की गई है। युवाओं के लिए यह प्रदर्शनी ज्ञानवर्धक साबित हो रही है। युवाओं को देश व प्रदेश के महान स्वतंत्रता सेनानियों बारे जानकारी मिल रही है।
हिमाचल के स्वतंत्रता सेनानियों के चित्रों की प्रदर्शनी
हिमाचल से संबंधित स्वतंत्रता सेनानियों के चित्रों की डिजिटल प्रदर्शनी लगाई है, जिसमें पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम, सूरत सिंह वैद्य, कैप्टन होशियार सिंह थापा और रानी खैरागढ़ी के चित्र दर्शाए गए हैं। गौरतलब है कि मंडी रियासत की रानी ललिता कुमारी जो कि आजादी आंदोलन में कूदने के बाद रानी खैरागढ़ी के नाम से प्रसिद्ध हुई, जो कि तत्कालीन समय में पर्वतीय क्षेत्र हिमाचल से राजघराने की पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी थी।
देश की तरक्की की तस्वीर भी आ रही नजर
आधुनिक युग में भारत ने किस कद्र तरक्की की है और विश्व स्तर पर जिन बुलंदियों को छुआ है, उसे भी प्रदर्शनी में शुमार किया गया है। बढ़ते कदम प्रदर्शनी में इसरो के सेटेलाइट्स की जानकारी दी गई है। साथ ही अग्रि, पृथ्वी, ब्रह्मोस व आकाश मिसाइलों की कृतियां भी प्रदर्शित की गई। इसके अलावा आत्मनिर्भर भारत, अनेकता में एकता की प्रदर्शनी भी लगाई है।
देशभर में लगाई जा रही ऐसी प्रदर्शनियां
संयुक्त निदेशक लोक संपर्क ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार अमित कुमार राणा ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए जो आजादी के 75 साल पूरे किए गए हैं को समर्पित लोक संपर्क ब्यूरो सूचना मंत्रालय देश भर में ऐसी प्रदर्शनियों का आयोजन कर रहा है। जिनका उद्देश्य विभिन्न प्रदेशों के स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लोगों को जानकारी देना है। इन डिजिटल प्रदर्शनियों के माध्यम से लोगों को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बारे जानने के लिए अधिक आकर्षित किए जाने में मदद मिलेगी।