सोमवार यानी भगवान शिव का दिन। इस दिन भोलेनाथ की पूजा करने के कई ही फायदे हैं। भगवान शिव के कई नाम और रूप हैं। अलग नाम और अलग रूप में उनको पूजने का अपना अलग महत्व है। यहां हम आपको भगवान शिव के नाम और उनके रूप के बारे में बताने जा रहे हैं। हम बताने जा रहे हैं कि भगवान शिव के किस रूप को पूजने से आपको क्या फल मिलता है।
विश्वंभर : भगवान शिव का यह नाम उन्हें पूरे संसार के देवता के रूप में स्थापित करता है। अगर आपको नौकरी में किसी प्रकार की समस्या आ रही है या फिर आपके रोजगार प्राप्ति की दिशा में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है तो आप सोमवार को भगवान शिव के इस नाम का जाप करें।
महेश : भगवान शिव का यह नाम उनके दयालु स्वभाव को दर्शाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कारोबार में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए भगवान शिव के इस नाम का जाप करने से लाभ प्राप्त होता है और सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
आशुतोष : इस नाम का जप करने से दांपत्य जीवन में किसी प्रकार की कलह चल रही है तो सोमवार को भगवान शिव के इस नाम का जप करें. इससे घर में सभी प्रकार की समस्याएं खत्म हो जाती हैं और पति-पत्नी के आपसी रिश्तों में सुधार आता है।
महादेव : महादेव का नाम जपने से भय दूर होता है। हर सोमवार सुबह स्नान के बाद मंदिर में शिवजी को जल चढ़ाएं और कम से कम 15 मिनट तक महादेव को नाम जपना चाहिए। कहते हैं कि इससे सेहत में सुधार आता है और सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं।
रूद्र : भगवान शिव का यह नाम उनके क्रोधित रूप को दर्शाता है। भगवान के इस नाम का जप दोपहर के बाद करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से संतान का व्यवहार आपके प्रति सुधरता है। रूद्र नाम का जप पूरा करने के बाद अपनी संतान का नाम 11 बार जरूर लें।
नटराज : भगवान शिव के नटराज रूप में उनका नृत्य स्वरूप नजर आता है। यशकीर्ति पाने के लिए भगवान शिव के इस नाम का जप जरूर करें।
भोलेबाबा : माना जाता है शिवजी का यह रूप भक्तों के प्रति बेहद दयालु होता है। जलाभिषेक और बेलपत्र चढ़ाने से ही इस रूप की कृपा मिलती है। जितना ज्यादा शिव के इस नाम का जप करेंगे उतना ही ज्यादा लाभ होगा।
मोक्षदाता : भगवान शिव का यह रूप मोक्ष के द्वार खोलता है। सोमवार को शिवजी का यह नाम जपने से घर में सुख समृद्धि आती है और घर परिवार के धन वैभव में वृद्धि होती है।
पशुपतिनाथ : भगवान शिव का यह रूप मानव के साथ पशुओं की रक्षा करने वाला माना गया है। पशुपतिनाथ को केदारनाथ का आधा भाग माना जाता है।
कैलाशपति : कैलाश पर्वत पर ब्रह्मांड के आधिपति भगवान शिव का वास होने की वजह से उन्हें कैलाशपति के नाम से भी पूजा जाता है। माता पार्वती के साथ भगवान शिव का यह रूप पूरे परिवार का कल्याण करता है।