- कहर नहीं रुका तो सख्त होंगी बंदिशें
- शुक्रवार रात से सोमवार सुबह तक रहेगी सख्ती
- मुख्यमंत्री ने की सीएस के साथ समीक्षा
- राज्य में ओमिक्रॉन फैलने की आशंका
मस्तराम डलैल। शिमला
प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार वीकेंड पर फुल कर्फ्यू की प्लानिंग में जुट गई है। एक सप्ताह में संक्रमण दर सात गुणा बढ़ जाने के बाद सरकार कड़ी बंदिशों पर मंथन कर रही है। इसके तहत शुक्रवार रात 10 बजे से लेकर सोमवार सुबह पांच बजे तक प्रदेश में पहले की तरह कड़ी बंदिशें जारी हो सकती हैं।
इसी बीच प्रदेश में ओमिक्रॉन की आशंका के चलते राज्य सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। इसके चलते बिलासपुर से तुरंत लौटने के बाद सीधे सचिवालय पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ताजा हालातों की समीक्षा की। उन्होंने मुख्य सचिव राम सुभग सिंह को बुलाकर प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के कड़े निर्देश जारी किए। इसके अलावा तीसरी लहर से बच्चों के बचाव के लिए ज्यादा सतर्क रहने को कहा।
मुख्यमंत्री ने 15 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इसके तुरंत बाद मुख्य सचिव ने सभी डीसी को टेस्टिंग बढ़ाने और ओमिक्रॉन की आशंका के मद्देनजर अलर्ट कर दिया है। इन आदेशों के बाद सभी उपायुक्तों ने अपने एसडीएम तथा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि पहली लहर के दौरान सबसे ज्यादा खतरा उम्रदराज लोगों को हुआ था। दूसरी लहर ने नौजवानों पर कहर बरपा था। इसके चलते अब तीसरी लहर में बच्चों की सुरक्षा को लेकर हरकोई चिंतित है।
खासकर 15 साल से कम आयु के बच्चों का अभी तक टीकाकरण शुरू नहीं हो पाया है। प्रदेश में पहली जनवरी को संक्रमण के 83 मामले आए थे। इसके मुकाबले 7 जनवरी को कोविड मामलों की संख्या एकाएक बढ़कर 574 पहुंच गई। मंडी के 37 वर्षीय संक्रमित युवा ने दम भी तोड़ा है। प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या 2153 पहुंच गई है। इसके चलते सरकार भी चिंतित है कि अगर यह ग्राफ इसी तेजी से बढ़ता रहा तो अगले एक सप्ताह बाद स्थिति और टेंशन वाली हो सकती है। यही वजह है कि राज्य सरकार वीकेंड पर फुल कर्फ्यू लगाने पर मंथन कर रही है।