बिलासपुर के डियारा सेक्टर में श्रीराम लीला का शुभारंभ
हिमाचल दस्तक। सतीश शर्मा : बिलासपुर : जब किसी व्यक्ति में अहंकार आ जाता है तो तप और तेज किसी काम के नहीं रहते, यह संवाद जब भगवान शंकर के अनुचर नंदी ने लंकाधिपति रावण से कहे तो समूचा पंडाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। पहले नवरात्रे को बारिश होने के कारण मंचन नहीं हो पाया था, इसलिए दूसरे नवरात्रे को ही संपूर्ण दो दिनों के दृष्य प्रस्तुत किए गए।
श्री राम नाटक मंचन का शुभारंभ अध्यक्ष नरेंद्र पंडित ने विधिवत रूप से पूजा अर्चना के साथ किया। अचानक बढ़ी ठंड के बावजूद इस पारंपरिक धार्मिक कार्यक्रम के साक्षी बनने के लिए लोग देर रात तक पंडाल में डटे रहे। वहीं कलाकारों की बेहतरीन अदाकारी ने उन्हें निराश नहीं किया। आश्विन नवरात्रों की प्रथम संध्या में पहले दृश्य में रावण के अत्याचारों से भयभीत सभी देवी देवता बैकुंठ नाथ विष्णु के समक्ष न्याय की गुहार लगाने पहुंच जाते हैं। जहां वे त्रिलोकी नाथ के समक्ष अपनी अपनी व्यथा सुनाते हैं। भगवान विष्णु उनकी बात को मानकर उन्हें आश्वासन दे देते हैं। जबकि दूसरे दृश्य में अभिमानी रावण कैलाश पर्वत को अपने मार्ग से हटाने की चुनौती देता है।
रावण का सेनापति मारीच और शंकर के अनुचर नंदी रावण को काफी समझाने का प्रयत्तन करते है लेकिन अभिमानी रावण उनकी एक नहीं सुनता है। जब रावण हार जाता है तो वह भगवान शंकर की अराधना करता है। भगवान भोले नाथ रावण की भक्ति से प्रसन्न होकर उसे चंद्रहास खडग़ प्रदान करते हैं तथा अमरत्व का वरदान सशर्त देते हैं। संध्या के तीसरे दृश्य में मातृपितृ भक्त श्रवण कुमार के मार्मिक दृश्य की प्रस्तुति से दर्शकों की आंखे नम हो गई।
समिति के वरिष्ठ कलाकार चंदन शर्मा ने दशरथ का अभिनय निभाया जबकि श्रवण के रोल में नवीन सोनी ने अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी। अभिषेक डोगरा ने शांतनू का किरदार निभाया। चौथे दृश्य में कामांध रावण वेदवती से प्रेमालाप करता है और उसे बलपूर्वक पाने का प्रयत्न करता है। लेकिन वेदवती रावण को श्राप देकर गोलोक सिधार जाती है। वेदवती का अभिनय पारस ने निभाया। वहीं श्री रामजन्मोत्सव का मंचन भी आकर्षण का केंद्र रहा।
संध्या के अंतिम दृश्य ताड़का वध को देखने के लिए लोग पंडाल में मौजूद रहे। पहले दिन में विष्णु का किरदार सुखदेव ने, ब्रम्हा का सुशील पुंडीर, नारद सुमित मैहता, इंद्र शेर बहादुर, धरती अमित, यम संदीप गुप्ता, वायु का अभिनय पारस गौतम, वरूण गिरीश, अग्नि बृजलाल गांधी, नंदी अभिषेक टेस्सू, शंकर कपिल शर्मा, विश्वामित्र राजेंद्र चंदेल,ताड़का नितिन, निशांत, पिंटू व नरेंद्र जबकि ज्ञानवती और लक्ष्मी का किरदार आसिफ ने निभाया।