माजरा। अनुराग गुप्ता
कोरोना संकटकाल में पगार न मिलने पर पांवटा साहिब के बातामंडी स्थित एक कंपनी के कामगारों के सब्र का बांध छलक गया और उन्होंने कंपनी के गेट के बाहर धरना दे दिया। कामगारों का आरोप है कि उन्हें दो महीने से वेतन नहीं दिया गया है। इसके कारण उनका गुजर-बसर करना मुश्किल हो गया है, जिसको देखते हुए कामगारों ने कंपनी के गेट के पास प्रदर्शन किया व अपना-अपना इस्तीफा दे दिया। इस बारे में कंपनी मालिक ने बताया कि मार्च की पूरी सैलरी दे दी गई है तथा अप्रैल की अभी आधी सैलरी दी गई है।
उन्होंने बताया कि आधी सैलरी जैसे ही काम रूटीन में आएगा, उसके बाद दे दी जाएगी और जो पीएफ का मामला है, वह भी जल्द ही दूर कर दिया जाएगा। कंपनी के अभी फाइनांशियल तौर पर हालात सही नहीं हैं। जैसे ही हालात सही होंगे, उन्हें किसी भी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी।
श्रम अधिकारी सोहन लाल जलोटा ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है। जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी। बड़ी बात तो यह कि सरकार बेशक बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन हकीकत तो यह है कि कई कंपनियां कोरोना की मुश्किल घड़ी में मजदूरों से मुंह फेर रही हैं।