आरके सूद : बड़सर
बड़सर की युवा पीढ़ी नशे के दलदल में धंसती जा रही है। आजकल ढटवाल क्षेत्र के युवा नशे के लिए सिंथैटिक रबर में इस्तेमाल होने वाले सुलोशन को नशे के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। युवा पीढ़ी को नशे के दलदल मे धंसता देख अभिभावक सहमे हुए हैं। आलम यह है कि बड़सर विस क्षेत्र के ढटवाल में युवाओं ने नशे का नया ही जुगाड़ कर लिया है। जूते, चप्पल व अन्य सामग्री को चिपकाने में इस्तेमाल होने वाले सुलोशन का नशे के रूप में इस्तेमाल होना आम बात बनती जा रही है। नशे का जखीरा जनरल स्टोर व शिक्षाजनक किताबों की दुकानों में आम बेचा जा रहा है। इस अनोखे नशे में झूम रहे युवाओं के अभिभावक उनके भविष्य के प्रति चिंतत हो गए हैं।
ढटवाल क्षेत्र में नशे का प्रचलन इस कदर बढ़ गया है कि आने वाले युवा पीढ़ी के लिए भी नशे का कारोबार खतरे की घंटी से कम नहीं है। हैरत की बात यह है कि जहां एक तरफ सरकार युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने के लिए जगह-जगह होर्डिंग्स लगाकर व जागरूकता शिविर लगाकर नशे से दूर रहने का संदेश देते हैं। बावजूद इसके युवा पीढ़ी नशे के लिए हर दिन नया ही फार्मूला निकाल कर अपने भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। उल्लेखनीय है कि युवा पीढ़ी को नशा मुक्त करने के उद्देश्य से पूर्व में युवाओं द्वारा प्रयोग नशे के इस्तेमाल की जाने वाली दवाई कोरैक्स सिरप व इंजेक्शन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था।
युवाओं द्वारा नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली यह दवाइयां उपचाराधीन रोगी को तभी दी जाती हैं यदि डाक्टर द्वारा पर्ची पर अंकित की हों। इसके अलावा यदि इन दवाईयों को बेचा जाता है तो ऐसे में मेडिकल स्टोर धारकों पर जुर्माने के साथ-साथ सजा का भी प्रावधान किया गया है। बहरहाल ढटवाल वासियों ने सरकार व प्रशासन से आग्रह किया है कि नशे के रूप में इस्तेमाल होनी ऐसी वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया जाए।
नशे के खिलाफ चलाई गई मुहिम को बढ़ाया जाएगा। संबधित चौकी प्रभारी को गश्त के आदेश दिए गए हैं। जो भी इस तरह का नशा करता पकड़ा जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– मस्तराम नायक, थाना प्रभारी, बड़सर।युवा अगर इस तरह के नशे को अपना रहे हैं जोकि बहुत चिंता की बात है। इस बारे पुलिस विभाग को आदेश पारित किए जाएंगे कि क्षेत्र मे नशे की मुहिम को लेकर गश्त बढ़ाई जाए और पकड़े जाने पर उचित कारवाई अमल में लाई जाए।
– शशि पाल, एसडीएम, बड़सर।