कोलकाता :
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को जोर देकर कहा कि संशोधित नागरिता कानून पर युवाओं के एक वर्ग को गुमराह किया जा रहा है लेकिन यह कानून किसी की नागरिकता नहीं छीनेगा। मोदी ने कहा कि जिस किसी को भी भारत और भारत के संविधान में आस्था है वह देश का नागरिक बन सकता है।
प्रधानमंत्री ने हावड़ा जिले के बेलूर मठ में अपने संबोधन में कहा, ”नए नागरिकता कानून को ले कर युवाओं के बीच बहुत सारे प्रश्न हैं, और इसके बारे में अफवाह फैलने से कुछ लोग गुमराह हो रहे हैं….उनकी शंकाएं दूर करना हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा,” मैं यह पुन: स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि नया नागरिकता कानून किसी की नागरिकता छीनने के बारे में नहीं है बल्कि नागरिकता देने के बारे में है।”
मोदी ने कहा कि राजनीतिक हित साधने के लिए कुछ लोग नए नागरिकता कानून के बारे में जानबूझ कर अफवाहें फैला रहे हैं।
मोदी ने अल्पसंख्यकों के धार्मिक उत्पीडऩ के खिलाफ आवाज उठाने के लिए युवाओं की सराहना की और कहा कि देश के युवाओं की ऊर्जा 21वीं सदी में बदलाव का वाहक बनेगी। मोदी दो दिन की यात्रा पर यहां आए हैं।