जोगिंदर नगर : अमित सूद।
हिमाचल किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष एवं जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर तथा सिविल अस्पताल लडभड़ोल में सुविधाओं की भारी कमी पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर में मात्र एक ही 108 एम्बुलेंस है तथा लडभड़ोल के सिविल अस्पताल में एक भी 108 एम्बुलेंस नहीं है। लडभड़ोल में विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं हैं वहीं जोगिन्दर नगर में भी एमडी, हड्डी रोग विशेषज्ञ सहित 3 पद खाली पड़े हैं। रेडियोलॉजिस्ट भी नहीं है। मरीजों को अल्ट्रासाउंड भी महंगे दामों पर प्राइवेट से करवाने पड़ते हैं।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि जोगिन्दर नगर में अस्पताल के नाम पर भवन तो बड़ा दिखता है, लेकिन सुविधाएं उपलब्ध करवाने में सरकार नाकाम रही है। लडभड़ोल में भी सिविल अस्पताल का बोर्ड ही टांगा गया है, लेकिन सुविधाएं नाममात्र की ही हैं। जोगिन्दर नगर व लडभड़ोल के सिविल अस्पतालों पर बरोट क्षेत्र को मिला कर लगभग दो लाख आबादी निर्भर करती है और दो लाख की आबादी वाले इन दो सिविल अस्पतालों में मात्र एक ही 108 एम्बुलेंस उपलब्ध करवाई गई है।
दोनों अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं की कमी के चलते यहां से बड़ी संख्या में मरीजों को टांडा रेफर किया जाता है और 108 एम्बुलेंस के अभाव में गरीब लोगों को ज्यादा पैसा खर्च कर प्राइवेट वाहन हायर करने पड़ते हैं। इससे पता चलता है कि जोगिन्दर नगर व लडभड़ोल में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमर्राई हुई हैं तथा इन्हें दुरुस्त करने में सरकार ने कोई गंभीर प्रयास नहीं किये हैं।
जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने मांग उठाई कि जोगिन्दर नगर सिविल अस्पताल को कम से कम तीन 108 एम्बुलेंस व लडभड़ोल सिविल अस्पताल को दो 108 एम्बुलेंस तुरंत उपलब्ध करवाई जाए। खाली पड़े सभी पदों को तुरंत भरा जाए तथा हर प्रकार के टैस्टों की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने बताया कि जिला परिषद बनने के बाद मैंने इन दोनों अस्पतालों में डॉक्टरों के रिक्त पदों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था तथा सदन के माध्यम से सरकार को प्रस्ताव भी भेजे थे व मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें भी इस बारे ज्ञापन सौंपा था।