शैलेश सैनी। पांवटा साहिब
6 माह से अधिक समय गुजर गया है अन्नदाता के संकट का समाधान कर पाने में केंद्र सरकार विफल रही है। यह बात आज काला दिवस मनाए जाने के दौरान पांवटा साहिब में भारतीय किसान यूनियन हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष अनिंद्र सिंह नॉटी ने कही।
उन्होंने बताया कि भारतीय किसान यूनियन हिमाचल प्रदेश तथा फाइट फॉर फार्मर राइट कमेटी के द्वारा संयुक्त रुप से पांवटा साहिब में काला दिवस मनाया गया। आज बुधवार को पांवटा साहिब के शहर और कई ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर झंडे व बैनर लगाकर विरोध प्रदर्शन जताया गया।
नॉटी ने कहा कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को 6 महीने पूरे हो चुके हैं मगर यह सरकार कारपोरेट घरानों की कठपुतली बन किसानों के बाद अब आम जनता को भी इनके चंगुल में फंसाने जा रही है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने जहां किसानों के खिलाफ कई काले कानून लाए तो वहीं अब चरणबद्ध तरीके से देश के सार्वजनिक उपक्रम भी बेचे जाने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सरकार के इसी रवैए के चलते आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया गया है।
इस दौरान सुबह बहराल गांव में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने गांव व शहर के कई हिस्सों में जाकर अपना विरोध जताया। इसके बाद किसानों के द्वारा अनाज मंडी में इकट्ठा होकर गुरु गोविंद सिंह बद्रीपुर चौक के आसपास काले झंडे तथा बैनर लगाए गए।
बड़ी बात तो यह रही कि इस दौरान सभी किसानों ने अदानी और अंबानी के विरोध में जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी करी। आंदोलन पर उतारू किसानों ने अपना प्रण दोहराते हुए कहा कि जब तक काले कानून को वापस नहीं लिया जाएगा तब तक ना वो पीछे हटेंगे ना झुकेंगे। किसानों ने कहा कि यह सरकार जितने मर्जी हथकंडे अपना ले मगर वह डरने वाले नहीं हैं। नॉटी ने कहा कि दमनकारी सरकार के खिलाफ हिमाचल प्रदेश में विरोध का क्रम लगातार जारी रहेगा।
इस दौरान नंबरदार गुरजीत सिंह, जैलदार चरणजीत सिंह, कैप्टन जगत सिंह, जसविंदर सिंह बिलिंग, संदीप बत्रा, गुरनाम सिंह बंगा, परमजीत सिंह, साजिद हाशमी, परमिंदर सिंह ढिल्लों, जुल्फिकार अली रावत, शौकत अली, अरशद रम्मी, लाडी सैनी, गुरविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह, हाकम सिंह, कीर्तन सिंह, शहीद भारतीय किसान यूनियन तथा फाइट फॉर फार्मर कमेटी के पदाधिकारी आदि शामिल रहे।