पिछले वर्र्ष लावारिस पशु 17 लोगों को कर चुके हैं घायल, एक की गई जान
आरके सूद। बड़सर : उपमंडल बड़सर में आवारा पशुओं की बढ़ती तादाद मानस जीवन के लिए खतरा बनती जा रही है। क्षेत्र में घूमते आवारा पशुओं की जिम्मेदारी से संबंधित विभाग तो बचता ही नजर आ रहा है, वहीं पंचायतें भी सरकार की लेटलतीफी के चलते इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
बड़सर की अकेली ही ग्राम पंचायत धबीरी की बात करें तो इस समय दस दर्जन के करीब आवारा पशु व सांड घूम रहे हैं। जो फसलों को तो नुक्सान पंहुचाते ही है लेकिन पिछले दो सालों से दर्जनों लोगों को भी घायल कर चुके हैं तथा कई जिंदगियां लील चुके हैं। अगर बात 2018 की करें तो इस वर्ष में 17 लोगों के साथ हादसे हो चुके हैं, जिन में से एक वृद्ध महिला की तो मौके पर ही मौत भी हो चुकी है। सोमवार शाम मंगलवार सुबह भी दो महिलाओं को इन आवारा पशुओं ने अस्पताल पंहुचा दिया है।
बताया जा रहा है कि धबीरी पंचायत के थलोटू गांव की शशीवाला अपने आंगन में काम कर रही थी कि अचानक पीछे से एक आवारा सांड ने उस पर हमला बोल दिया, जिससे महिला बुरी तरह से घायल हो गई है, वहीं मंगलवार सुबह तड़के ही पिंकी देवी पत्नी रत्न चंद गांव धबीरी अपने आंगन में झाडू लगा रही थी उस पर भी अचानक ही आवारा सांड ने हमला कर दिया जिससे वह बुरी तरह से लहुलुहान हो गई। दोनों ही महिलाओं को प्राथमिक के लिए निजी क्लीनिकों में ले जाया गया। अब उनका उपचार बरठी में चल रहा है।