दिनेश कुमार। करसोग
उपमंडल करसोग में कई सड़कों की हालत दयनीय है। इसमें मुख्य मार्ग करसोग से रामपुर जाने वाली सड़क की इतनी दयनीय हालत है कि इसमें यह पता नहीं चलता कि सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क।
स्थानीय लोगों द्वारा कई बार इसके बारे में विभाग को लिखित तौर पर भी शिकायत की गई लेकिन अभी तक भी सनारली से बैहना तक सड़क में कोई भी सुधार नहीं किया गया।
वहीं इसके साथ-साथ बस स्टैंड करसोग में कई सालों से इतने बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं कि बारिश के समय में वहां से लोगों का गुजरना भी मुश्किल हो जाता है लेकिन विभाग इसमें कोई भी सुध नहीं ले रहा है। वहीं रविवार को देखा गया कि कुछ स्थानीय लोग स्वयं पत्थर व मिट्टी ढोकर इन गड्ढों को भर रहे हैं।
उनका कहना है कि विभाग द्वारा काफी समय से ये गड्ढे नहीं भरे गए तो हमने सोचा कि खुद ही इन गड्ढों को भरा जाए ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
समाजसेवी श्याम सिंह चौहान का कहना है कि यह बड़े शर्म की बात है कि जो कार्य पीडब्ल्यूडी को करना चाहिए वह कार्य लोगों को कड़ी धूप में स्वयं करना पड़ रहा है। उन्होंने विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द करसोग बस स्टैंड में टारिंग की जाए ताकि लोगों को बारिश के समय में परेशानियों का सामना न करना पड़े।