जय प्रकाश। संगड़ाह
सिरमौर जिला के अंतर्गत आने वाली करीब 11,900 फुट ऊंची चूड़धार चोटी अप्रैल माह में भी हिमपात का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार को यहां करीब 8 इंच बर्फबारी हुई है।
मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वीरवार व शुक्रवार को हुई बारिश व ओलावृष्टि से जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने लोगों को बर्फ से ढकी चूड़धार चोटी अथवा मंदिर की ओर न जाने की चेतावनी दी है। कई पर्यटक व श्रद्धालु पिछले कई दिनों से चूड़धार जा रहे हैं। बर्फबारी व लगातार हो रही बारिश से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई।
पहली बार अप्रैल महीने में लोगों को दिसंबर माह जैसा अहसाह हो रहा है। समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में अ गया है, जिससे एक बार लोगों ने गर्म कपड़े व हीटर तथा अलाव का सहारा लेना शुरू कर दिया है। भरारी बारिश व तेज हवाओं से उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह तथा क्षेत्र के नौहराधार, हरिपुरधार व गत्ताधार की दर्जनों पंचायतों में पिछले दो दिनों से घंटों बिजली गुल रहने लगी है।
करीब दो माह से सूखे की मार झेल रहे किसान बागवानों को बारिश ने सूखे से तो राहत दी, मगर ओलावृष्टि से सेब, आड़ू, प्लम व खुमानी आदि की फसल का लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। ओलों के कारण किसानों के खेतों में मौजूद लहसुन, आलू, मटर, टमाटर की फसल को काफी नुकसान हुआ है।
डलयाणू, ठीरधार, गत्ताधार, नौहराधार, चोकर व हरिपुरधार आदि क्षेत्रो में ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है। मौसम के कड़े मिजाज देखकर किसान व बागबान चिंता में पड़ गए हैं। सेब व आडू के अधिकतर फूल व दाने झड़ गए हैं। कई बड़े बागवानों ने ओलावृष्टि से फसल को बचाने के लिए अपने बागीचों में जालियां लगाई हैं, जिनमें अधिकतर फट गई हैं।