हिमाचल दस्तक : ऊना
जिला भर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को काबू करने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग एक्शन मोड में आ गए हैं। डीसी राघव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि डेंगू के खात्में के लिए सबसे पहले मच्छरों का खात्मा करना जरूरी होगा। जिसके लिए स्थानीय निकायों सहित ग्राम पंचायतों को भी सार्वजनिक स्थलों पर पानी खड़ा नहीं रहने देने के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं एडल्ट मच्छरों को मारने के लिए फॉगिंग करने की भी हिदायत जारी कर दी गई है, जिसके बाद ग्राम पंचायतों और नगर निकायों में फोगिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि जिला में मौजूदा हालातों में डेंगू के 13 एक्टिव केस मौजूद है। हालांकि अभी तक करीब ढाई दर्जन के आसपास डेंगू के मामले जिला भर के सामने आ चुके हैं। वहीं जिला प्रशासन द्वारा भी आम नागरिकों को डेंगू से बचाव के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जा रही है।
जिला में बढ़ते डेंगू के मामलों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने कार्य योजना पर अमल शुरू कर दिया है। इसके लिए जहां एडल्ट मच्छरों को खत्म करने के लिए फागिंग का सहारा लिया जा रहा है। जिसके चलते आज ऊना शहर के विभिन्न वार्डों में स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद की संयुक्त टीम ने फोगिंग की। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी निकायों तक सार्वजनिक स्थलों पर खड़े हुए पानी को तुरंत बाहर करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
डेंगू के खात्मे के लिए जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर सबसे पहले मच्छरों को खत्म करने का एक्शन प्लान बनाया है। ताकि डेंगू के खतरे को जितना हो सके कम किया जा सके। इसके साथ-साथ शहरी निकायों में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को खत्म करने के लिए फागिंग का क्रम शुरू कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के जरिए आम नागरिकों को बार-बार एडवाइजरी जारी करते हुए डेंगू से बचाव की हिदायतें जारी की जा रही हैं। डीसी राघव शर्मा का कहना है कि वर्तमान में जिला में डेंगू के 13 एक्टिव केस मौजूद है। हालांकि करीब ढाई दर्जन के आसपास मामले सामने आए थे जिनमें से अधिकांश रिकवर कर चुके हैं।