राजीव भनोट। ऊना
हिमोत्कर्ष साहित्य, संस्कृति एवं जनकल्याण परिषद द्वारा ऊना जिला में शुरू की गई रोगी वाहन सेवा (एंबुलेंस) जरूरतमंदों के लिए मददगार साबित हो रही है। सोमवार को सलोह गांव के कैंसर रोगी सतवीर सिंह को पीजीआई में जांच व उपचार के लिए हिमोत्कर्ष रोगी वाहन की नि:शुल्क सेवाएं उपलब्ध करवाई गई।
परिषद की रोगी वाहन सेवा से पिछले तीन माह में ही 52 से अधिक रोगी लाभान्वित हो चुके है। फरवरी से अप्रैल माह तक हिमोत्कर्ष रोगी वाहन के माध्यम से 52 रोगियों को चंडीगढ़, जालंधर, लुधियाना, होशियारपुर, दिल्ली व अन्य शहरों में आपातकालीन सेवा के तहत उपचार के लिए ले जाया गया।
इस दौरान 10664 किलोमीटर का सफर तय कर हिमोत्कर्ष रोगी वाहन ने आपातकाल में रोगियों की मदद की। हिमोत्कर्ष रोगी वाहन सेवा के प्रभारी व परिषद के प्रादेशिक महासचिव ठाकुर यशपाल सिंह ने बताया कि फरवरी माह में रोगी वाहन ने 2390 किलोमीटर का सफर तय किया तथा 17 रोगियों को लाभान्वित किया, जबकि मार्च माह में 4167 किलोमीटर सफर तय कर 21 रोगियों को एंबुलेंस सुविधा प्रदान की।
उन्होंने कहा कि अप्रैल माह में 3107 किलोमीटर सफर तय करते हुए रोगी वाहन ने 14 रोगियों को विभिन्न अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंचाया। उन्होंने कहा कि रोगी वाहन सेवा के लिए नो लॉस-नो प्रॉफिट योजना के तहत बाजार रेट से बहुत कम दर पर किराया लिया जाता है, जबकि अत्यधिक गरीब रोगी को किराए में छूट का लाभ भी परिषद द्वारा केस-टू-केस निर्णय लेकर दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि कोविड महामारी में भी परिषद की रोगी वाहन सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रही। पिछले वर्ष परिषद ने दो माह तक रोगी वाहन सेवा को चालक सहित कोविडकाल में जरूरतमंद रोगियों की मदद के लिए जिला प्रशासन के सुपुर्द किया था।