विवाद के मुख्य कारण
- पत्नी का ज्यादातर समय फोन पर बिताना
- अनजान लोगों के साथ चैटिंग करना
- पति का फोन को लॉक करके रखना
प्रतिमा चौहान : शिमला
हंसते-खेलते परिवारों को मोबाइल फोन का ग्रहण लग रहा है। नतीजतन पति-पत्नी के रिश्ते में विश्वास की डोर टूट रही है। रिश्तों में दरारें आ गई हैं और शादीशुदा जिंदगियां बर्बाद हो रही हैं। हालत यहां तक पहुंच गई है कि मोबाइल फोन पर चैटिंग की वजह से घरेलू मामले महिला आयोग में पहुंचने लगे हैं।
राज्य महिला आयोग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह के भीतर आयोग ने 165 मामलों की सुनवाई की, जिनमें से 52 मामलों का निपटारा किया गया। इनमें 10 मामले सोशल मीडिया पर चैटिंग के बारे में पति-पत्नी की शिकायत को लेकर दर्ज किए गए थे। आयोग की माने तो प्रदेश के सभी जिलों से इस तरह की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। आयोग को मिली जानकारी में सामने आया है कि पति-पत्नी के बीच विश्वास खत्म होता जा रहा है। सोशल मीडिया पर लगातार चैटिंग से दोनों एक-दूसरे पर शक करने लगे हैं। इससे परिवार में क्लेश व मतभेद बढ़ रहे हैं और मामले महिला आयोग तक पहुंच रहे हैं।
हाउसवाइफ को लेकर मिल रही ज्यादा शिकायतें
महिला आयोग से मिली जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर चैटिंग को लेकर ज्यादातर शिकायतें हाउस वाइफ को लेकर प्राप्त हुई हैं। पतियों की ज्यादा शिकायत यही है कि महिलाएं ज्यादा समय फोन पर बिता रही हैं। परिवार को समय नहीं दे रही हैं। वहीं पत्नी भी पति के मोबाइल फोन पर रिश्तेदारों के साथ लंबी-लंबी बात करने और फोन क़ो लॉक रखने से परेशान हैं। यही बात दोनों के बीच तकरार का कारण बन रही है। दोनों को लग रहा है कि इससे वो एक-दूसरे को समय नहीं दे पा रहे हैं। फोन पर अनजान लोगों के साथ चैटिंग करने की भी कई शिकायतें राज्य महिला आयोग को मिली हैं।
सोशल मीडिया पर बढ़ती चैटिंग की आदत से पति-पत्नी के बीच तकरार बढऩे लगी है और आए दिन आयोग में दोनों एक-दूसरे की शिकायत को लेकर पहुंच रहे हैं।
-डेजी ठाकुर, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग।