आशा शर्मा। घुमारवीं
विधानसभा चुनाव में कुछ महीने ही शेष बचे हैं लेकिन यहां भी राजनीति गरमाने शुरू हो गई है । खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग का विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं भी पीछे नहीं है । घुमारवीं शहर से ताल्लुक रखने वाले प्रख्यात समाजसेवी व राजनीति में विशेष पहचान बना चुके राकेश चोपड़ा ने बकायदा पत्रकार वार्ता में इजहार किया कि वह एक समाजसेवी है तथा समाजसेवी ही बने रहना चाहते हैं । उन्हें अब किसी भी पद की लालसा नहीं है । प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें हिमुडा निदेशक मंडल के सदस्य बनाए जाने के आग्रह को अस्वीकार करते हुए कहा कि वह पहले ही गत विधानसभा चुनाव में लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में असफल रहे हैं ।
वर्तमान भाजपा नेतृत्व द्वारा उन्हें जमकर दरकिनार किया गया है। जिसके चलते न केवल उनकी बल्कि सभी कार्यकर्ताओं की अनदेखी हुई है । उन्हें हिमुडा निदेशक मंडल का सदस्य बनने में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने कहा कि वह करीब 4 दशकों से लोगों के बीच लोगों की सेवा करते आ रहे हैं । उन्होंने कहा कि वह सहकारिता के क्षेत्र में हाउस बिल्डिंग सोसायटी के प्रधान , चुनाव विधि के द्वारा जिला फेडरेशन में निदेशक व घुमारवीं व्यापार मंडल में लंबे समय से अध्यक्ष तथा 1995 में पहली बार घुमारवीं नगर परिषद का दर्जा मिला था तो उस समय पार्षद व नगर पंचायत प्रधान रह चुके हैं ।
विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने लोगों के भरपूर कार्य भी करवाए हैं । लेकिन विधानसभा चुनाव में जब वह घुमारवीं भाजपा विधानसभा के प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए लोगों के बीच में थे तो उन्होंने विधायक के साथ लोगों की समस्याओं को निपटाने का जो आश्वासन दिया था वे विधायक की अनदेखी के चलते वह पूरा नहीं कर पाए । इसलिए वे अब इस पद को लेने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है । उन्होंने कहा कि भविष्य में भी उनके पास अनेक विकल्प खुले हैं ।