देवेंद्र सूद। गगरेट:
कृषि सहकारी सभा दियोली में हुए महाघोटाले की कई महीने बाद भी परतें न उधडऩे के चलते सभा के खाताधारकों का सब्र का बांध रविवार को टूट गया।
सभा के सैकड़ों खाताधारक रविवार को सड़क पर उतर आए और गगरेट-दौलतपुर चौक मार्ग को पूर्णतया जाम कर पुलिस प्रशासन के विरुद्ध उग्र नारेबाजी की। सभा की प्रबंधन समिति का भी आरोप है कि तीन नवंबर को उक्त मामला जनमंच में उठाने पर विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने उक्त मामला राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के सुपुर्द करने का ऐलान किया था, लेकिन तीन माह बाद भी मामला विजीलेंस विभाग के पास नहीं पहुंचा है। हालांकि बाद में एसएचओ इंस्पेक्टर हरनाम सिंह द्वारा इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए लेकिन उन्होंने पंद्रह दिन के भीतर उचित कार्रवाई न होने पर अनिश्चितकालीन चक्का जाम की धमकी दे डाली है।
बता दें कि कृषि सहकारी सभा दियोली में हुए ग्यारह करोड़ सत्तर लाख रुपये के घोटाले को उजागर हुए छह माह से अधिक का समय हो जाने के बाद भी न तो सहकारिता विभाग इस मामले का पटाक्षेप कर पाया है। इस मामले में पुलिस के पास प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। हालांकि अपने खून पसीने की कमाई पर पानी फिरता देख यहां के खाताधारक कई जगह गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इस मामले में कोई उचित कार्रवाई होती न देख अब खाताधारक भी उग्र होने लगे हैं।
रविवार को कृषि सहकारी सभा के सैकड़ों खाताधारक कृषि सहकारी सभा के मुख्य गेट के समक्ष एकत्रित हो गए और विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के आश्वासन के बावजूद मामला विजीलेंस विभाग को हस्तांतरित न होने के चलते गगरेट-दौलतपुर चौक सड़क मार्ग को जाम कर डाला। चक्का जाम की सूचना मिलते ही एसएचओ गगरेट हरनाम सिंह दलबल सहित मौका पर पहुंचे और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दौलतपुर चौक पुलिस चौकी से भी पुलिस बल मंगवा लिए गए। एसएचओ हरनाम सिंह द्वारा उनकी मांग उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने और मामले को विजीलेंस विभाग के सुपुर्द करने के दिए गए आश्वासन के बाद ही उग्र खाताधारक शांत हुए।
शासन व प्रशासन नहीं हैं गंभीर: सुरेंद्र
कृषि सहकारी सभा के प्रधान सुरेंद्र सिंह ने कहा कि इस घोटाले के सामने आने के बाद न ही शासन और न ही प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है। तीन नवंबर को जनमंच में विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के समक्ष मामला उठाने पर उन्होंने मामला विजीलेंस के सुपुर्द करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज दिन तक ये मामला विजीलेंस विभाग को स्थानांतरित नहीं किया जा सका है। उन्होंने कहा कि अगर मामले की गंभीरता से जांच हो तो घोटाले का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि अगर पंद्रह दिन में इस मामले में उचित कार्रवाई न हुई तो खाताधारक अनिश्चितकालीन चक्का जाम भी कर सकते हैं। जिसकी सारी जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन की होगी।