- हिमाचल में अभी तक आंगनबाड़ी में होती थी सप्लाई
- धर्मशाला के ढगवार में प्लांट में एक दिन के भीतर तैयार होता है 60 क्विंटल बिस्कुट
- युवाओं के लिए चार तरह की डीलरशिप का भी ऑफर
जीवन ऋषि : धर्मशाला
हिमाचल की आंगनबाडिय़ों में बांटे जाने वाले बिस्कुट को अब खुले बाजार में उतारने की तैयारी है। बेहतर क्वालिटी और बढ़ती मांग पर प्रदेश में मिल्कफेड ने यह बड़ा फैसला लिया है। मिल्कफेड के एमडी भूपिंद्र सिंह अत्रि ने खबर की पुष्टि की है। मौजूदा समय में इस बिस्कुट की पैदावार धर्मशाला शहर के निकटवर्ती प्लांट ढगवार में की जा रही है। एक दिन में ढगवार में 60 क्विटल के करीब बिस्कुट की पैदावार होती है। इसी तरह शिमला के प्लांट में भी यह बिस्कुट तैयार किया जा रहा है। हिमाचल में हिमाचल में 900 दुग्ध सहकारी सभाओं वाला मिल्कफेड अपने प्रोडक्ट में सिर्फ गाय के दूध का इस्तेमाल करता है। यही कारण है कि मिल्कफेड के दूध, दही, खोया, पनीर, बिस्कुट, लस्सी, आइसक्रीम व मिठाइयों की भारी मांग है।
बढ़ती मांग को देखते हुए मिल्कफेड ने अपना दायरा बढ़ाने का फैसला लिया है। वोकल फोर लोकल को आगे बढ़ाते हुए मिल्कफेड ने प्रदेश में युवाओं को चार तरह की डीलरशिप भी ऑफर की है, जिसके तहत इन प्रोडक्ट पर उद्यमियों को कमीशन दी जाएगी। इसमें दो सैगमेंट बनाए गए हैं। पहले में मिल्क प्रोडक्ट की डीलरशिप होगी। दूसरे सैगमेंट में तीन तरह की डीलरशिप है। इसमें कैटल फीड, मिनरल मिक्सर और मोलिसिज ब्लाक शामिल हैं। इसमें मिल्क प्रोडक्ट के लिए एक लाख सिक्योरिटी जमा करवानी होगी।
छह फ्लेवर में होगा नया बिस्कुट
मिल्कफेड द्वारा तैयार बिस्कुट का अभी एक ही फ्लेवर है। इसे प्रदेश के आंगनबाडी केंद्रों में भेजा जाता है। ओपन मार्केट में भेजे जाने वाले बिस्कुट के छह फ्लेवर होंगे, ताकि बड़ी कंपनियों को टक्कर दी जा सके। गौर रहे कि हिमाचल में 200 दुग्ध सहकारी सभाओं को महिलाएं चला रही हैं। मिल्कफैड से 42510 मेंबर्ज जुड़े हैं। इनमें 11 मिल्क प्लांट और 22 चिलिंग सेंटर्ज हैं। ऐसे में मिल्कफेड का यह मूव हजारों लोगों को रोजगार प्रदान करने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
मिल्कफेड जल्द ही अपने द्वारा तैयार बिस्कुट ओपन मार्केट में उतारेगा। इसके लिए तेजी से प्रयास चल रहे हैं।
– भूपिंद्र अत्रि, एमडी, मिल्कफेड।