रोहित शर्मा। शिमला
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ ने शनिवार को प्रदेश भर में काला रिबन बांध कर ब्लैक-डे मनाया। एनपीएस कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2006 में अधिसूचना जारी कर बैक डेट 15 मई, 2003 से हिमाचल प्रदेश में एनपीएस लागू किया गया था। इस कानून को लागू करने से पहले कर्मचारियों से कोई भी वार्ता नहीं की गई थी। उन्होंने बताया कि पिछले 3 हफ्तों में 22 एनपीएस कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना से हुई है। एनपीएस में होने के कारण इनके परिवार को पारिवारिक पेंशन की कोई भी सुविधा नहीं है।
एनपीएस कर्मचारी महासंघ अनेकों बार इस मुद्दे को सरकार के समक्ष उठा चुका है, परंतु अब तक इस विषय में कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है। कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि कम से कम वैश्विक महामारी के इस दौर में 2009 की अधिसूचना को ही लागू कर दिया जाए ताकि अपनी सेवाएं देते हुए जान गंवाने वाले कर्मचारियों के परिवार को पारिवारिक पेंशन प्रदान की जा सके, ताकि उनके परिवार को राहत मिल सके।