शिमला:
पांवटा साहिब में नक्शे पास करवाने से लेकर जमीन की प्लांटिंग के लिए एक लाखों रुपये की रिश्वत लेते हुए रंंगे हाथों पकड़े गए प्लानिंग ऑफिसर रक्षित मेहता को प्रदेश सरकार ने मंगलवार को सस्पेंड कर दिया है। सरकार ने उन्हें तीन माह के लिए निलंबित किया है। सचिव टीसीपी सीपाल रासू ने बताया कि इस मामले में अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। विजिलेंस की टीम ने रक्षित मेहता को एक लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
यह रिश्वत एक प्रॉपर्टी डीलर से जमीन की प्लांटिंग करने की एवज में ले रहा था। रिश्वत के मामले में फंसे टीसीपी अधिकारी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अधिकारी पर आरोप था कि वह पांवटा के ही प्रापर्टी डीलर से भूखंड पास करने की एवज में एक लाख रुपये रिश्वत मांग रहा था। अधिकारी उसके काम में निरंतर बाधाएं अटका रहा था। इसकी प्रापर्टी डीलर ने विजिलेंस विभाग से शिकायत की। रक्षित मेहता को 22 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
विधानसभा में कल्याण समिति की बैठकें
शिमला। हिमाचल विधानसभा सचिवालय में कल्याण समिति की बैठकें सभापति कर्नल धनी राम शांडिल की अध्यक्षता में हुई। इसमें विधायक विनय कुमार, नंद लाल, कमलेश कुमारी और रीना कश्यप ने भाग लिया। इन बैठकों के दौरान समिति ने शिक्षा विभाग से संबंधित प्राप्त विभागीय उत्तरों का अवलोकन किया और इन्हें आगामी बैठकों में रखने का निर्णय लिया।