- पलटू सरकार के नाम से जानी जाएगी जयराम सरकार
- महिला की नियुक्ति रोकना महिला विरोधी निर्णय
विशेष संवाददाता। शिमला
कांग्रेस महासचिव विधायक विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश की जयराम सरकार पर आरोप लगाया है कि वह कभी भी अपने फैसलों पर कायम नहीं रही। फैसलों से पलटना सरकार की विश्वसनीयता और कार्यशैली पर बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि लोक सेवा आयोग में अध्यक्ष व तीन सदस्यों की नियुक्ति और फिर उसे रातों रात रद्द करना सरकार की लचर कार्यप्रणाली की पोल खोलता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश के लोगों को इसके कारणों को स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हालांकि कांग्रेस इन नियुक्तियों के खिलाफ थी, अगर सरकार ने ऐसा कोई निर्णय ले लिया था तो उसे पूरा किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि आयोग के अध्यक्ष पद पर एक महिला की नियुक्ति की अधिसूचना जारी करना और अंतिम समय पर उसे रोकना भाजपा का महिला विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह पहले कई बार इस सरकार को पलटू राम की संज्ञा देते रहे है और अब फिर से इस पर मुहर लग गई है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार हर क्षेत्र में विफल रही है। कोविड काल में भी मुख्यमंत्री अपने कई फैसलों को पलटते रहे। यह सरकार की अकुशलता को दर्शाता है और यह तब होता है जब सरकार का मुखिया कमजोर हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सरकार पर कोई पकड़ ही नहीं है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज प्रदेश में लोग भाजपा की जयराम सरकार से परेशान है। किसान हो या बागवान, आम हो या कारोबारी, युवा हो या कर्मचारी सब उपेक्षा का शिकार हंै। सेब बागवान बर्बादी के कगार पर खड़े हंै। सरकार किसी के प्रति कतई गम्भीर नहीं है।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वह अपनी चुनाव रैलियों में मस्त हंै और लोग प्रदेश में भारी बारिश के चलते जगह जगह हादसों का शिकार हो रहे हंै। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं पर सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है।
कांग्रेस छोडऩे वाले विधायकों को लेकर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि एक दो नेताओं के पार्टी छोडऩे से कांग्रेस कमजोर नहीं होगी और न ही कार्यकर्ताओं में किसी मनोबल की कोई कमी होगी। कांग्रेस पूरी सक्रियता से खड़ी है और आगामी विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी।