अनूप शर्मा। बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश में निजी बसों की अनिश्चिकाल हड़ताल का व्यापक असर बिलासपुर जिला में भी देखने को मिला। यहां पर निजी बसों के न चलने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पडा। हालांकि एचआरटीसी बिलासपुर द्वारा जिला के विभिन्न रूटां पर दर्जनों बसें तो शुरू कर दी थी, लेकिन कोविड नियमों की पालना करवाना अधिकारियों के लिए मुश्किल हो गया। ऐसे में बिलासपुर एचआरटीसी के आरएम किशोरी लाल यादव स्वयं नियमों की पालना करवाने के लिए बस अड्डा में जा पहुंचे।
यहां पहुंचकर उन्होंने सभी एचआरटीसी बस चालक व परिचालकों को कोविड नियमों की पालना करने के आदेश जारी किए। इसी के साथ उन्होंने बसों में बैठी सवारियों को भी सोशेल डिस्टेंसिंग व हैंड सेनिटाइजर लगाने का आग्रह किया। गौरतलब है कि जिला में 305 निजी बसें विभिन्न रूटों पर चलती है। लेकिन निजी बस ऑपरेटरों की मांगे सरकार द्वारा पूरी न करने पर बस ऑपरेटर अब अनिश्चितकाल समय के लिए हड़ताल पर चले गए है। जिसको असर स्थानीय लोगांें पर अब पड़ रहा है।
वहीं, बिलासपुर जिला की बात करें तो एचआरटीसी डिपो ने जिला में 40 रूट्स पर लोकल बसें चलाई जा रही है। जिसमें आज चार रूट्स पर और सरकारी बसें भेजीं गई है। अधिकारियों का कहना है कि डिमांड के हिसाब से बसें भेजी जा रही है। अगर किसी रूट्स पर सवारियां अधिक हो रही है तो उक्त समय पर ही सरकारी बस को उस रूट्स पर भेजा जा रहा है। आरएम ने बताया कि सोमवार को झंडूता, जाहू, बरमाणा, मंडी, सुंदरनगर, लदरौर व भराड़ीघाट रूट्स पर बसें भेजी गई है। वहीं, उन्होंने बताया कि बिलासपुर डिपोे द्वारा बाहरी राज्य दिल्ली के लिए सिर्फ मरोतन-दिल्ली एक ही रूट्स चलाया जा रहा है। साथ ही चंडीगढ़ के लिए चार बसें चलाई जा रही है।