अनुज कुमार। टाहलीवाल
टाहलीवाल स्थित एक कोचिंग सेंटर में बच्चों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। कोचिंग ले रहे बच्चों का आरोप है कि सेंटर मालिक ने सरकार की ओर से मिलने वाले कौशल विकास भत्ते के करीब एक लाख से अधिक रुपये रख लिए हैं।
इतना ही नहीं सेंटर मालिक ने उनके खाली चेकों पर साइन करवाकर अपने पास रखे हुए हैं। शनिवार मामले को लेकर सेंटर में हंगामा भी हुआ, जिसको लेकर जिला परिषद सदस्य कमल सैनी मौके पर पहुंचे और लिखित समझौता करवाया। कोचिंग सेंटर में शिक्षा ले रहे बच्चों ने बताया कि सेंटर के मालिक ने उनसे खाली चेकों पर साइन करवा कर रख लिए और उनसे उनकी पासबुक भी ले ली है। उन्होंने कहा कि जो भी फीस सरकार की तरफ से आ रही थी, उसे सेंटर का मालिक खुद ही निकाल लेता था।
बच्चों ने बताया कि सरकार की ओर से मिलने वाला कौशल विकास भत्ता सेंटर मालिक ने रख लिया है। बच्चों की मानें तो करीब 17 बच्चों के करीब एक लाख रुपये भत्ता बना है। बच्चों का कहना है कि हमने सेंटर के मालिक से अपने डॉक्यूमेंट वापस मांगे, तो वह उनके लिए भी मना करने लगा।
उधर कोचिंग सेंटर की मैडम ने बताया कि बच्चों को फीस को लेकर कुछ गलतफहमी हो गई, जिसके लिए बुधवार तक का समय दिया गया। उन्होंने कहा कि जो बच्चे कोचिंग जारी रखना चाहते हैं, उनकी कोचिंग शुरू कर दी जाएगी और जो बच्चे कोचिंग नहीं करना चाहते, उनकी फीस वापस कर दी जाएगी।
जिला परिषद सदस्य कमल सैनी ने बताया कि दोनों पक्षो का लिखित में समझौता करवाया है। इसमें यह लिखा गया है कि अगर बुधवार तक सेंटर के मालिक बच्चों की फीस वापस नहीं करते हैं, तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।