अनूप शर्मा :बिलासपुर।
बिलासपुर मे अभी तक स्क्रब टायफस के मामले नहीं थम रहे हैं । अक्टूबर माह में अब जिले के विभिन्न भागों मेें स्क्रब टायफस के 27 मामले सामने आए है। जबकि सितंबर माह में यह आंकडा साठ तक पहुंच गया था। अगर ऐसे मेें वर्ष भर की बात की जाए तो अब तक पूरे जिले मेें 120 मामले सामने आए है। हालांकि अभी तक यह आंकडा कम है। विभाग के आंकडो के अनुसार हर वर्ष स्क्रब टायफस के लगभग चार मामले सामने आते है। गौरतलब है कि अक्सर मानसून समाप्त हो जाने के बाद जैसे ही फसल कटाई व घास कटाइ्र का कार्य शुरू होता है तो लोग कई बार शरीर को पूरी तरह नहीं ढक पाते। जिससे घास में पाए जाने वाले पिस्सु उनके शरीर में घुस जाते है। उनके काटने से यह बिमारी हो जाती है। उधर, स्वास्थ्य विभाग के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा परविंद सिंह का कहना है।
बिलासपुर जिले का अगर पिछले चार पांच वर्षो का डाटा देखा जाए तो हर वर्ष लगभग चार लोग स्क्रब टायफस की चपेट में आ जाते है। क्योंकि यह बिमारी सितंबर अक्टूबर माह में होती है। क्योंकि इन दिनों अधिकतर लोग खेतों अथवा अन्य जमीन पर घास काटने का कार्य करते हैे । घास में पिस्सु के होने का संभावना होती है।
स्क्रब टायफस पिस्सअुओं के काटने से होता है । विभाग के पास इस बिमारी से निपटने के लिए तमाम दवाईयां उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि अब तक बिलासपुर मेें स्क्रब टायफय के कुल 120 मामले सामने आए है। जिसमें सितंबर माह में साठ व अक्टूबर माह में अब तक 27 मामले सामने आएं है। उन्होंने कहा कि विभाग द्धारा इस बिमारी के संबंध मेें अधिक टेस्ट किए जाते है। ताकि समय रहते लोगों का सही उपचार शुरू हो सके। व इस बिमारी के प्रति जागरूक भी किया जाता है।