कमल शर्मा । शाहतलाई
शाहतलाई बाबा बालक नाथ जी अपने भक्तों के परिवार में सुखशांति ही नहीं रखते बल्कि बिछडे परिवार के सदस्यों को भी मिलता है यही कारण है कि श्रद्धा और विश्वास के चलते ही बाबा बालक नाथ जी के मंदिर शाहतलाई मे बाहरी राज्यों के साथ साथ विदेशों से भी हर वर्ष श्रधालुओं की संख्या में दिन प्रतिदिन बढौतरी हो रही है। वंही शनिवार को एक महिला श्रधालु अपने पति व बेटा बेटी के साथ दंडवत होकर जा रही थी तो उससे बातचीत करने पर बताया कि उसका नाम सिमरन वर्मा है जोकि हरियाणा जिला फरीदाबाद के जवाहर कलौनी की रहने वाली है।
उसने बताया कि वर्ष 2017 मे उसके पिता की मृत्यु हो गई जिसकी बजह से उसका छोटा भाई डिप्रेशन मे चला गया जिससे उपचार के लिए दिल्ली लाया गया मगर वह अस्पताल परिसर से कंही चला गया जिसकी हर जगह तलाश किया मगर उसका पता नहीं चल सका। दंडवत कर रही महिला ने बताया कि वह हर वर्ष बाबा जी के दर्शनों को आती है उसने बाबा जी के दरवार मे मन्नत की कि अगर उसका गायब भाई जब भी वापिस घर लौट आएगा तो वह शाहतलाई मंदिर से दंडवत होकर गूफा तक जाएगी अन्यथा जबतक मिल नहीं जाता तब तक बाबा जी को दर्शनों को नहीं जाएगी उसने बताया कि वह पिछली तीन वर्षों से उसके परिवार कोई भी सदस्य बाबा जी के दर्शनों के लिए नहीं आया।उसने बताया कि विगत दो माह पहले कंही से अचानक उसका छोटा भाई अपने घर पंहुचा तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा ।इसी कारण वह अपनी मन्नत पूर्ण होने के उपरांत अपने परिवार के साथ शाहतलाई से दंडवत होकर गुफा तक जाऐगी।उसने कहा कि जो भी बाबा जी का भक्त सच्चे मन से मुराद करता है वह अवश्य ही पूर्ण होती है।