चंद्रमोहन चौहान। ऊना
जिला में कोविड-19 के संक्रमण का कहर दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि अप्रैल माह के 20 दिन में जहां जिलाभर में 1543 लोग पॉजिटिव पाए जा चुके हैं, वहीं इसी अवधि के दौरान 34 लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं।
हिमाचल के छोटे से जिले में कोरोना वायरस के यह आंकड़े बेहद भयावह हैं और अभी तक का यह कोरोना वायरस का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनकर दर्ज हो चुका हैं। अप्रैल माह में हुई मौतों पर यदि नजर डाली जाए तो यहां पर 8 मृतकों की उम्र 40 वर्ष से भी कम की रही है जिसके चलते संक्रमण लोगों में दहशत बनकर फैल चुका है।
जिला में बदतर होते हालात के चलते जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार अस्पतालों की संख्या बढ़ाने में लगे हैं। कुछ दिन पूर्व जिला के हरोली उपमंडल के तहत पड़ते पालकवाह में 51 बेड का मेक शिफ्ट अस्पताल स्थापित किया गया था, लेकिन अब अंब उपमंडल के धुसाड़ा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन को भी 30 बेड की क्षमता के साथ डेडिकेटिड कोविड अस्पताल के रूप में तैयार किया जा रहा है।
सीएमओ ऊना डॉ. रमन शर्मा की मानें तो लोग कोविड के लक्षणों के बावजूद टेस्टिंग करवाने में कोताही बरत रहे हैं, जिसके चलते मौतों के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सीएमओ ऊना ने आमजन से लक्षण दिखाई देने पर तुरंत टेस्टिंग करवाने का आह्वान किया है ताकि संक्रमितों का समय पर उपचार किया जा सके।