हिमाचल दस्तक। ऊना
विधिक सेवा दिवस के अवसर पर ऊना जिला मुख्यालय पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओं को उनके अधिकारों और कानून की जानकारी दी गई। जागरूकता शिविर की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विवेक खनाल ने की जबकि महिला अधिवक्ता मीनाक्षी राणा ने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
जागरूकता कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विवेक खनाल ने महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया। उन्होंने लोक अदालत के लाभ भी महिलाओं को बताएं। इसके अलावा मध्यस्थ अधिकारी की भूमिका और कार्य व मध्यस्थत प्रक्रिया के लाभ बारे जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि मध्यस्थता विवादों को निपटाने की सरल एवं निष्पक्ष आधुनिक प्रक्रिया है। इसके द्वााा मध्यस्थ अधिकारी दबावरहित वातावरण में विभिन्न पक्षों के विवादों का निपटारा करते हैं। मध्यस्थ अधिकारी विवादित पक्षों के बीच समझौते की आधारभूमि तैयार करता है। पक्षों के बीच आपसी बातचीत और विचारों का माध्यम बनता है। इसमें विवाद का अविलंब व शीघ्र समाधान होता है, साथ ही समय व खर्चें की किफायत होती है। जागरूकता शिविर में ग्राम पंचायत महिला प्रतिनिधि के अलावा महिला पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।