खेमराज शर्मा। शिमला
ओमिक्रॉन के खतरे के बीच अब लोगों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां जोरो-शोरों से शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी के अनुसार केंद्र भी हिमाचल प्रदेश को ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर अलर्ट कर चुका है। उन्होंने कहा कि आने वाले 20 दिनों में हिमाचल में संक्रमण के मामलों में भारी इजाफा होगा। करीब 5 हजार से ज्यादा एक्टिव मरीज जनवरी माह के अंत तक पहुंच जाएंगे।
हिमाचल में पिछले कुछ दिन से लगातार एक्टिव मरीजों की संख्या में इजाफा होना शुरू हुआ है। पहले जहां रोजाना 5 से 6 हजार की टेस्टिंग पर 8 से 10 संक्रमित मरीज मिल रहे थे, अब 2500 की सैंपलिंग पर भी 80 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में यह साफ दिख रहा है कि संक्रमण के मामले हिमाचल में बढऩा शुरू हो गए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग बढ़ते हुए मामलों के लेकर चिंतित दिख रहा है। यही वजह है कि स्वास्थ्य सचिव लगातार सीएमओ और डीसी से कोविड की स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
अमिताभ अवस्थी का कहना है कि अब सैंपलिंग बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। इस संबंध में सभी सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि वह सैंपलिंग को बढ़ाए। कम सैंपलिंग करने पर जवाबदेही भी तलब की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि लोग कोविड गाइडलाइंस का पालन नहीं करेंगे तो मामलों में और इजाफा होगा।
अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं होंगी प्रभावित
राहत भरी बात यह रहेगी कि संक्रमण के मामले तो तेजी से बढ़ेंगे, लेकिन अस्पतालों में भीड़ कम रहेगी। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाएं धराशायी होने से बच जाएंगी। ज्यादातर लोग तीसरी लहर में घरों में ही आइसोलेट होंगे। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग घरों में आइसोलेट मरीजों के स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान देगा।
होम आइसोलेट तंत्र को करना होगा मजबूत
मरीजों के घरों में ही आइसोलेट होने से स्वास्थ्य विभाग को होम आइसोलेशन तंत्र को मजबूत करना होगा। दूसरी लहर में ज्यादातर मरीज अस्पतालों में पहुंचे और कई मरीज ऐसे भी थे, जिन्हें समय पर घर में उपचार न मिलने से मौत भी हो गई। इन सब खामियों से सीखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने इस बार होम आइसोलेशन तंत्र को मजबूत बनाने का निर्णय लिया है। हर मरीज का अपडेट लिया जाएगा और इसकी जानकारी निदेशालय पर भी रखी जाएगी।