देवेंद्र सूद। गगरेट
पंचायती राज संस्थाओं के संपन्न हुए चुनाव के बाद भाजपा मंडल गगरेट की ओर से पार्टी के 8 नेताओं को नोटिस देने की चर्चा पर सियासत गर्म हो गई है। पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में शामिल पूर्व भाजपा प्रत्याशी सहित महिला नेत्रियां भाजपा मंडल के निशाने पर हैं। बता दें कि गगरेट विधानसभा क्षेत्र के दो जिला परिषद वार्ड में भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को हार का सामान करना पड़ा था। वहीं भंजाल जिला परिषद वार्ड से भाजपा उम्मीदवार की जमानत तक जब्त हो गई थी।
अंबोटा वार्ड में भी भाजपा को निराशा हाथ लगी। भंजाल जिला परिषद वार्ड में भाजपा को कैडर वोट से भी हाथ धोना पड़ा। ऐसे में पार्टी का इस हार पर मंथन करना लाजमी था, लेकिन मंथन बैठक में जो कुछ निकलकर आया उससे सियासत गर्म हो गई। बैठक में पार्टी विरोधी कार्य कर पर 8 नेताओं को नोटिस देने की बात कही गई थी।
इनमें प्रदेश महिला मोर्चा की सचिव मंजू जरियाल, भाजपा के पूर्व प्रत्याशी सुशील कालिया, महिला मोर्चा की दर्शना देवी, रजनी देवी, व्रज वाला सूद, राजेश डोगरा, सतपाल भारद्वाज, दीपक जसवाल के नाम शामिल रहे। हालांकि दीपक जसवाल ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा में मचे इस घमासान को लेकर अब भाजपा मंडल गगरेट भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है।
क्या कहते हैं मंडलाध्यक्ष
भाजपा मंडल गगरेट के अध्यक्ष सतपाल सिंह ने कहा कि अभी तक मंडल द्वारा किसी भी पदाधिकारी को अभी तक कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया गया है। पंचायत चुनावों में दो जिला परिषद वार्ड में पार्टी को मिली हार को लेकर मंथन किया गया था, जिसमें कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा संगठन के लोगों पर भीतरघात करने के आरोप लगाए गए थे। उन्होंने 8 कार्यकर्ताओं को नोटिस भेजने की चर्चा होने की बात मानी है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में नोटिस भेजे जा सकते हैं।
क्या कहना है सुशील कालिया का
पूर्व भाजपा प्रत्याशी सुशील कालिया ने कहा कि फिलहाल हमें मीडिया के माध्यम से नोटिस बारे में जानकारी मिली है। कोई नोटिस मिला नहीं है। नोटिस मिलेगा, तो उसका जवाब दिया जाएगा।