हिमाचल दस्तक। जयसिंहपुर
कांगड़ा जिला के कोरोना एक्टिव 39 केसों में से 12 जयसिंहपुर उपमंडल से संबंधित लोगों के हैं, जो परौर व ज्वालामुखी के इंस्टिट्यूशनल क्वारंटीन सेंटरों में रुके हुए थे। सोमवार को पॉजीटिव पाए गए जिले के 6 मामलों में से दो जयसिंहपुर के चंबी व जयसिंहपुर से संबंधित हैं और महाराष्ट्र से ट्रेन द्वारा पहले पठानकोट रेलवे स्टेशन व फिर बस द्वारा परौर के इंस्टिट्यूशनल क्वारंटीन सेंटर में रविवार को पहुंचे थे।
चंबी के 70 वर्षीय बुजुर्ग व जयसिंहपुर के 64 वर्षीय बुजुर्ग को धर्मशाला के जोनल अस्पताल कोविड केयर सेंटर में रखा गया है। शनिवार को पॉजीटिव पाए गए जयसिंहपुर के तीन लोगों में दो लोअर लंबागांव व डलू गांव के रहने वाले हैं और मुंबई से 18 मई को ट्रेन से लौटे थे। इन तीनो में 70 वर्ष की बुजुर्ग महिला व उसका 48 वर्षीय बेटा पॉजीटिव पाए गए हैं जो लोअर लंबागांव से हैं, जबकि तीसरा 50 वर्षीय व्यक्ति डलु गांव का रहने वाला है और मुंबई के होटल में नौकरी करता है।
कोरोना पॉजीटिव पाई गई 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की 44 वर्षीय बहू व बेटी 20 मई को कोरोना पॉजीटिव पाई गई थी। बुजुर्ग महिला को धर्मशाला जोनल अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में रखा गया है जबकि परिवार के बाकी तीन सदस्य बैजनाथ के कोविड केयर सेंटर में हैं। इसके अलावा सरिमोलग क्षेत्र के सरी गांव का युवक, उसकी पत्नी व 11 वर्षीय बेटी जो कि मुंबई से लौटे थे, वे भी 20 मई को कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे।
उसके बाद मैला के बजोट गांव का युवक जो चेन्नई से लौट था और ज्वालामुखी में क्वारंटीन था, उसकी रिपोर्ट भी 20 मई को पॉजीटिव आई थी। 21 मई को हारसी पंचायत के काथला गांव का 58 वर्षीय जो मुंबई से आया था, उसकी रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई थी। एसडीएम जयसिंहपुर विक्रम महाजन ने बताया कि यह सभी व्यक्ति इंस्टिट्यूशनल क्वारंटीन सेंटर में थे और जयसिंहपुर नहीं आए थे। इसलिए किसी को भी चिंतित होने की जरूरत नहीं है। एसडीएम ने कहा कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और बहुत जरूरत होने पर ही घरों से निकलें।