कोहिमा : नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने नगा समस्या के समाधान के लिए हो रही बातचीत में उत्पन्न गतिरोध के दूर होने का दावा किया। हालांकि, केंद्र सरकार ने जोर दिया है कि सात दशक पुरानी समस्या के समाधान के लिए अंतिम समझौते पर पहुंचने से पहले वह सभी पक्षकारों से परामर्श करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को कहा था कि यह अफवाह और भ्रामक खबर फैलाई जा रही है कि नगा समस्या के समाधान के लिए अंतिम समझौता हो गया है और इसकी जल्द घोषणा की जाएगी। गृह मंत्रालय ने बयान में कहा, इससे देश के कुछ हिस्सों में व्यग्रता एवं चिंता पैदा हो रही है। इसलिए स्पष्ट किया जाता है नगा समूहों से किसी भी अंतिम समझौते से पहुंचने से पहले असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश सहित सभी पक्षकारों से चर्चा की जाएगी और उनकी चिंताओं पर विचार किया जाएगा। इसलिए इस तरह की अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।
मतभेदों को दूर करने के लिए खासतौर पर नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (आईएम) की अलग झंडे और संविधान की मांग को लेकर दिल्ली में चर्चा हुई। हालांकि केंद्र सरकार पहले ही इन मांगों को खारिज कर चुकी है। इसके साथ ही केंद्र ने मणिपुर, असम और अरुणाचल प्रदेश स्थित नगा बहुल क्षेत्रों को एकीकृत करने की एनएससीएन-आईएम की मांग भी नामंजूर कर दी है। इस मांग का तीनों राज्यों ने विरोध किया था। नगा नेशनल पॉलिटिकल ग्रुप के साथ केंद्र की बातचीत पूरी हो चुकी है। वहीं एनएससीएन-आईएम की नगा समुदाय के लिए अलग झंडे और संविधान पर गतिरोध बना हुआ है।
अंतिम फैसले पर पहुंचने के लिए दोनों पक्ष बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं। नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, उप मुख्यमंत्री वाई पट्टोन नेता प्रतिपक्ष टी आर ज़ेलियांग ने इसपर खुशी जताई है। विभिन्न नगा नागरिक समाज और नगा राष्ट्रीय राजनीतिक समूह (एनएनपीजी) ने भी बातचीत रखने का समर्थन किया है। रियो ने ट्वीट किया यह ऐतिहासिक क्षण है और सभी नगा एवं देशवासियों के लिए खुशी का मौका है। शांति से वास्तविक विकास एवं सच्चे राष्ट्र निर्माण का रास्ता साफ होगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्र की ओर से नियुक्त वार्ताकार तथा राज्यपाल आरएन रवि, एनएससीएन(आईएम) और एनएनपीजी को उनकी कोशिशों के लिए धन्यवाद दिया। पट्टोन ने कहा, हल यह है कि हमारे विशिष्ट इतिहास का सम्मान किया जाए, यह नगा लोगों के भविष्य के लिए नई सुबह लेकर आएगा। जेलियांग ने उम्मीद जताई की नगालैंड में नगा लोगों के लिए स्थाई शांति जल्द आएगी। एनएनपीजी सात संगठनों का समूह है जो सात दशक पुरानी नगा समस्या पर अलग से केंद्र सरकार से बात कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी पक्षकारों से परामर्श के बाद अंतिम समझौता हो जाएगा।