साहिल डढवाल। नूरपुर
जिला कांगड़ा के सीमावर्ती इलाक़ों का जायज़ा लेने आए डीजीपी संजय कुंडू बुधवार को नूरपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां उन्होंने सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के साथ नशा माफिया और अवैध खनन को लेकर की गई कारवाई की भी समीक्षा की। इस दौरान डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि जिला कांगड़ा का सीमावर्ती इलाका काफी संवेदनशील है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा भी नजदीक है और कई सैन्य संस्थान हिमाचल पंजाब की सीमा से सटे हैं। लिहाजा सुरक्षा की दृष्टि से यह काफी सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने बताया कि आज उन्होंने सीमावर्ती इलाकों में नशा बेचने के साथ अवैध खनन वाले क्षेत्र का भी दौरा किया। डीजीपी ने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने इलाके में नशा माफिया पर लगाम लगाने के साथ उनपर वित्तिय प्रतिबंध लगाए हैं, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि अब तक नशा तस्करों की 10 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्ति अटेच कर चुके हैं और अब ये मामले ईडी को सौंपने की तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अवैध खनन को लेकर भी पुलिस सख्ती बरतेगी, जो लोग नियमों की पालना करते हुए खनन कर रहे हैं पुलिस उन्हें पूरी सुरक्षा देगी लेकिन जो लोग अवैध खनन कर रहे हैं उन्हें किसी भी सूरत में बक्शा नही जाएगा। डीजीपी ने कांगड़ा पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष में कांगड़ा पुलिस ने अच्छा काम किया है, ड्रग माफिया पर नकेल कसने सहित कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने वालो को सलाखों के पीछे पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में चुनाव होने वाले हैं ऐसे में पुलिस सीमाओं पर अधिक सतर्कता बरतेगी। डीजीपी ने इस दौरान एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन सहित पूरी टीम की प्रशंसा की और उम्मीद जताई है कि पुलिस आगे भी इसी सतर्कता के साथ कार्य करेगी।