हिमाचल दस्तक। नूरपुर
फोरलेन विस्थापितों के मुद्दों को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने कहा कि वह इस मसले पर राजनीति नहीं कर रहे बल्कि लोगों का साथ दे रहे हैं।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने क्या करना है और क्या बोलना है, इसके लिए वन मंत्री की इजाजत नहीं चाहिए। उन्होंने कहा फोरलेन प्रभावित लोग पिछले तीन वर्षों से मंत्री के पास जा रहे हैं लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष में होने के नाते कांग्रेस अपना लोकधर्म निभा रही है लिहाजा वन मंत्री अपना राजधर्म निभाएं। उन्होंने कहा कि मंत्री ये आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस के कार्यकाल में काम शुरू हुआ, लेकिन पहली 3 ए की पहली नोटिफिकेशन 9 मार्च, 2018 को हुई थी और विधायक राकेश पठानिया थे।
उन्होंने कहा कि लोगों के साथ भेदभाव करके मुआवजा दिया जा रहा है। कई लोगों को करोड़ों रुपए मुआवजे के तौर पर मिल रहे हैं और कई लोगों को कुछ हजार रुपए मुआवजा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फोरलेन की जो भी प्रक्रिया हुई वो भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुई है और वन मंत्री अब इस मसले पर जनता को गुमराह कर रहे हैं।