विशेष संवाददाता। शिमला
पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर नशे के खिलाफ अभियान चलाने के लिए राज्य सरकार टास्क फोर्स बनाने जा रही है जिसका हैडक्वार्टर शिमला में होगा। इस फोर्स का पूरा काम नशे की रोकथाम पर केन्द्रित रहेगा जिसमें लोगों को ना केवल जागरूक किया जाएगा, बल्कि ऐसे कारोबारियों पर कड़ाई के साथ शिकंजा कसा जाएगा।
सीआईडी के एडीजी सत्येंद्र पाल सिंह ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि नशा एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। सीएम के आदेश के बाद हम इसकी रोकथाम के लिए एक एंटी ड्रग टास्क फोर्स का गठन कर रहे है जिसका हेड क्वार्टर शिमला में होगा।
इसके अलावा इंटर स्टेट का एक हेड ऑफिस पंचकूला में स्थापित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अब पेडलर्स को पकड़कर मुकदमा चलाया जाएगा। इसके अलावा, हम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की योजना बना रहे हैं ताकि लोग नशा सेवन करने से बचें। इस संबंध में स्कूल और कॉलेजों में अवेयरनेस कैंप शुरू किए गए हैं।
साथ ही पुलिस भी अपने स्तर पर इसमें मदद कर रही है। युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। नशा तस्कर को गिर तार करने के साथ-साथ इससे जुड़े लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
इसके बनने का रास्ता साफ हो गया है। इसे केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भेजा गया है। एंटी ड्रग टास्क फोर्स का हेड क्वार्टर शिमला होगा। हाल ही में हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने इसकी घोषणा की थी।