भूपेंद्र ठाकुर। सोलन:
भारत का संविधान खतरे में नहीं है, बल्कि भारत प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सुरक्षित है। देश लगातार आगे बढ़ रहा है और पूरी दुनिया में भारत की मजबूत छवि सामने आई है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कंडाघाट में एक निजी विद्यालय के शुभारंभ के अवसर पर कही।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल एक छोटा राज्य है, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र व अन्य विभिन्न क्षेत्रों में दूसरे राज्यों के लिए एक आदर्श राज्य के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर मीट का पहला परिणाम सामने आ गया है। कंडाघाट में एक निजी स्कूल में करीब 300 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जिसके माध्यम से हिमाचल के करीब 800 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में भवनों का निर्माण करना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसके बावजूद बाहरी राज्यों से निवेशक यहां पर आ रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास और प्रगति के लिए निजी सहभागिता को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है, जिसके लिए गत वर्ष धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया गया था। इसमें 96000 करोड़ रुपये से अधिक के समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित हुए और ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के एक माह के भीतर 13,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का ग्राउंड ब्रेकिंग का कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि स्कूल प्रबंधक ने प्रदेश से संबंध रखने वाले विद्यार्थियों के लिए 60 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने के अलावा कंडाघाट तहसील से संबंध रखने वाले विद्यार्थियों के लिए शुल्क में 15 प्रतिशत छूट देने का निर्णय लिया है।
प्रदेश में दी जा रही बेहतर शिक्षा: भारद्वाज
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि निजी स्कूलों के खुलने से प्रदेश के लोगों को बेहतर शिक्षा मिलेगी। एक समय में भारत को विश्व गुरु का दर्जा हासिल था और अब समय आ गया है कि इस पुरानी प्रतिष्ठा को पुन: प्राप्त करने के लिए हम सामूहिक रूप से कार्य करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के दूरदर्शी नेतृत्व में सरकार हिमाचल प्रदेश को देश का सबसे विकसित और प्रगतिशील राज्य बनाने के लिए कृतसंकल्प है।