- और बंदिशें लगाने पर 20 को दोबारा कैबिनेट
- निजी स्कूल फीस नियंत्रण का कानून लटका
- राजस्व कानूनों पर दोबारा चर्चा करने को कहा
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
कैबिनेट ने मंडी शिवरात्रि को पूरे धूम-धड़ाके के साथ करने के बाद ऊना के मैड़ी स्थित डेरा बाबा बड़भाग सिंह होली मेले के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह मेला ऊना जिला के अंब सब डिवीजन के मैड़ी में होता है। इस बार भी ये 21 मार्च से शुरू होना था, जो करीब 11 दिन चलता है। इस मेले में अधिकांश श्रद्धालु चूंकि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से आते हैं। ऐसे में वहां बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ये फैसला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में विधानसभा परिसर में हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया। बैठक में कोरोना की ताजा स्थिति पर करीब एक घंटा चर्चा हुई। फिलहाल और कोई बंदिश लगाने का फैसला नहीं हुआ है। कैबिनेट ने ये कहा है कि 20 मार्च को फिर से कैबिनेट होगी, उसमें इस विषय पर बात होगी। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि यदि केस बढ़े तो कैबिनेट इससे पहले भी कर सकते हैं। निजी स्कूल फीस नियंत्रण के प्रस्तावित नए कानून पर भी फैसला नहीं हो पाया। इस बारे में कुछ और क्लैरिफिकेशन कैबिनेट ने मांगी। बैठक में जो सवाल उठे, उन पर शिक्षा सचिव शंकाओं को दूर नहीं कर पाए।
खासकर इस सवाल का जवाब क्लीयर नहीं था कि फीस तय कौन करेगा? इसलिए इस कानून को भी विदड्रॉ कर दोबारा लाने को कहा गया। इसका अर्थ ये भी हुआ कि इस सत्र में अब ये कानून शायद ही बन पाये। इससे अब नए शिक्षा सत्र से इसके प्रभावी होने की संभावना भी अब नहीं है।
इसके साथ ही दो राजस्व कानूनों पर भी फैसला नहीं हो पाया। इनमें लैंड सीलिंग एक्ट और लैंड रेवन्यू एक्ट शामिल हैं। कुछ मंत्रियों ने अपील की शक्तियां सीधे एफसी अपील को ही देने का भी विरोध किया। तय ये हुआ कि इस बारे में पहले कैबिनेट सब कमेटी एक बार चर्चा कर ले। फिर संशोधन के हर बिंदु पर कैबिनेट में प्रेजेंटेशन दी जाए। इसलिए इन दोनों कानूनों में भी इस बजट सत्र में संशोधन नहीं हो पाएगा।