एजेंसी। चंडीगढ़
कोविड-19 के चलते जान गंवाने वालों की याद में एक घंटे का मौन रखने के पंजाब सरकार के निर्णय के बावजूद राज्य में पूर्वाह्न 11 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक कई लोग अपनी गाड़ियों में सफर करते नजर आए, उनमें से कई का कहना था कि उन्हें इस बारे में जानकारी ही नहीं थी।
पुलिस ने शहर के अंदर कुछ स्थानों पर यातायात को रोक दिया जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई एवं यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
पंजाब सरकार ने उन लोगों की याद में 27 मार्च से हर शनिवार को 11 बजे से एक घंटे का मौन रखने का एलान किया था जिनकी इस महामारी के कारण जान चली गई। आदेश के अनुसार उस एक घंटे के दौरान अंतर-राज्यीय एवं राष्ट्रीय राजमार्गों को छोड़कर यातायात की अनुमति नहीं होगी। उस दौरान शहर के अंदर गाड़ियों के संचालन पर रोक रहेगी।
जिलों में इस मौन अवधि के प्रारंभ एवं समापन का संकेत करने के लिए सायरन बजाए गए। लुधियाना में एक कार सवार ने कहा कि उसे मौन घंटे संबंधी सरकार के फैसले की जानकारी नहीं है और वह एक स्थानीय अस्पताल में किसी मरीज से मिलने जा रहा है। होशियारपुर में एक दोपहिया वाहन सवार ने कहा कि उसे भी मौन अवधि पता नहीं है। लुधियाना, संगरूर, मानसा और मोगा समेत कई स्थानों पर लोग पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक सफर करते हुए नजर आए।
होशियारपुर में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस लोगों से इस अवधि के दौरान वाहन रोकने की अपील कर रही है लेकिन यदि किसी को आपात स्थिति है, तो उसे जाने दिया जाता है।