हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 22 फरवरी को कैबिनेट की बैठक बुलाई है। 22 फरवरी सोमवार को होने वाली इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। सबसे पहले तो राज्यपाल अभिभाषण इस बैठक में मंजूर हो सकता है। हिमाचल सरकार पहले ही 26 फरवरी से बजट सेशन बुलाने का फैसला ले चुकी है और इसमें पहले दिन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का अभिभाषण होगा।
इस अभिभाषण के ड्राफ्ट को 22 फरवरी को कैबिनेट में रखा जाएगा और कैबिनेट इसे अपनी औपचारिक मंजूरी देगी। इसी बजट सत्र के दौरान रखे जाने वाले अन्य विधेयकों पर भी इस कैबिनेट में फैसला हो सकता है। इसमें वर्तमान में सबसे महत्वपूर्ण विधेयक होगा राज्य के प्राइवेट स्कूलों की फीस नियंत्रण पर कानून में संशोधन का। इस विधेयक के जरिए हिमाचल प्रदेश प्राइवेट एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस रेगुलेशन एक्ट 1997 में संशोधन किया जाना है। राज्य सरकार के निर्देश पर ही इसका एक ड्राफ्ट बनाकर विधि विभाग को भेज दिया गया है और वहां से आने के बाद इसे कैबिनेट में रखा जाएगा।
कैबिनेट की मंजूरी के बाद ही इस विधेयक को बजट सत्र में प्रस्तुत किया जाना है। इसके पारित होने के बाद राज्य के प्राइवेट स्कूलों में फीस तय करने की प्रक्रिया से लेकर हर साल सीए के माध्यम से ऑडिट जैसी चीजें जरूरी हो जाएंगी। कोविड काल के दौरान कुछ प्राइवेट स्कूलों ने फीस वसूली में सरकार के निर्देशों के विपरीत काम किया है। इन शिकायतों को देखते हुए सरकार को यह फैसला लेना पड़ा है।
इससे पहले हालांकि रूल्स में संशोधन के जरिए सभी जिलों के डीसी को शिकायत सुनने के लिए अधिकृत किया गया था, लेकिन इससे कोई ज्यादा अच्छे रिजल्ट नहीं आए। इसलिए अब कानून में संशोधन हो रहा है। बजट सत्र से ठीक पहले हो रही इस कैबिनेट की मीटिंग में और भी कई महत्वपूर्ण मामले आ सकते हैं, जिनमें रेवेन्यू रिफॉर्म कमिटी से संबंधित विधेयक भी होंगे। राजस्व मंत्री महेंद्र सिंह की अध्यक्षता वाली इस कमेटी ने 4 राजस्व कानूनों में बदलाव की सिफारिश की है और इन सिफारिशों का ड्राफ्ट अब कैबिनेट में रखा जा सकता है।
कर्ज का बोझ कांग्रेस की देन: जयराम
दिल्ली गए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल पर हुआ कर्ज का बोझ पूर्व की कांग्रेस सरकारों की देन है। करीब 60000 करोड़ का कर्जा राज्य पर है और इनमें से 48000 करोड़ सिर्फ कांग्रेस सरकारों का है। दिल्ली दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार का अगला बजट संतुलित होगा और कोरोना काल के दौरान हुए नुकसान की भरपाई पर सरकार ध्यान देगी। सीएम शुक्रवार को दिल्ली से तिरुपति के लिए रवाना हुए हैं और दर्शनों के बाद सोमवार को शिमला वापस आ जाएंगे।